पदोन्नति की घोषणा के बाद पुलिस में छाई खुशी की लहर
चित्तौड़गढ़। कई वर्षों से पुलिस के निचले स्तर के कर्मचारियों की चली आ रही डीपीसी से पदोन्नति की मांग को पुलिस मुख्यालय के प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुहर लगा दी। शुक्रवार को पुलिस लाइन में आयोजित संपर्क सभा में कॉन्स्टेबल से लेकर उपनिरीक्षक तक के कर्मचारियों ने राज्य सरकार के डीपीसी द्वारा पदोन्नति आदेश की घोषणा से चेहरों पर प्रसन्नता पूर्वक खुशी जाहिर की, पुलिसकर्मियों ने पुलिस अधिकारियों व अपने साथियों को मिठाई खिलाई। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि पुलिस के जवानों की वर्षों से समय पर पदोन्नति नहीं हो पाने की वजह से कई बार 50 वर्ष की उम्र तक पहली पदोन्नति नहीं हो पाती है। नौकरी के कई वर्षों तक एक पद के बाद पदोन्नति नहीं होने से कर्मचारी के मन मे ग्लानि हो जाती थी। पुलिस कर्मियों की इस अनुभूति को महसूस कर उनके दर्द को दूर करते हुए उन्हें क्रमबद्ध तरीके से समय पर पदोन्नति देने की महानिदेशक पुलिस राजस्थान की अनुशंसा पर राज्य सरकार द्वारा डीपीसी के माध्यम से पदोन्नति करने का बड़ा फैसला लिया है। पुलिस अधीक्षक दुष्यंत, एएसपी बुगलाल मिना, डीएसपी चित्तौड़गढ़ करण सिंह की मौजूदगी में पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की संपर्क सभा आयोजित की गई। सभा में हैड कॉन्स्टेबल से पुलिस निरीक्षक के पदों की पदोन्नति डीपीसी द्वारा करने के बारे में संवाद करना था। महानिदेशक पुलिस राजस्थान उमेश मिश्रा की अनुशंसा व पुलिस मुख्यालय द्वारा निचले स्तर की पदोन्नति भी डीपीसी के माध्यम से करने के राज्य सरकार को प्रेषित प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री द्वारा 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यह घोषणा की एवं राजस्थान पुलिस के गठन को 75 वर्ष पूरे होने पर प्रत्येक पुलिस कर्मी को राजस्थान पुलिस पंचसती मैडल प्रदान किया है। संपर्क सभा के अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने सभी जवानों से इस तोहफ़े को मिलने की अनुभूति जाननी चाही, जिसमें एसआई धर्मराज, एएसआई ओमप्रकाश, हैड कांस्टेबल प्रेमसुख, राकेश व्यास, सुशीला ने डीपीसी द्वारा पदोन्नति पर अपने खुशी की अनिभूति सभा के सामने व्यक्त की। इस अवसर पर पुलिस निरीक्षक भवानी सिंह राजावत, चन्द्रशेखर, लक्ष्मण डांगी, संचित निरीक्षक कृष्ण चंद्र बुनकर, कार्यालय के मंत्रालयिक कर्मी सहित पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।