अजय हत्याकांड- कत्ल कर भागे 5 आरोपित गिरफ्तार, चित्तौडग़ढ़ के जंगलों में अलग-अलग छिपे हुये थे आरोपित

भीलवाड़ा हलचल। शहर के बांगड़ हॉस्पीटल के नजदीक एक युवक की चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या करने के बाद भागे 5 आरोपितों को सुभाषनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि ये सभी आरोपित अलग-अलग हो गये और चित्तौडग़ढ़ के जंगलों में छिपे हुये थे। पुलिस अब इन लोगों से वारदात को लेकर विस्तृत पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया कि 13 जून को बांगड़ अस्पताल के नजदीक अजय यादव की चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद हत्या आरोपित वारदातस्थल से टवेरा लेकर भाग निकले थे। उधर, इन आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम के दौरान मोर्चरी पर प्रदर्शन भी किया था। पुलिस ने समझाइश कर लोगों को शांत करवाया था। वहीं एएसपी चंचल मिश्रा के सुपर विजन और डीएसपी सदर योगेश शर्मा और सुभाषनगर थाना प्रभारी नंदलाल रिणवा के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया था। साइबर सैल की विशेष टीम ने सीटीवीवी कैमरों की फुटेज व मुखबिर की सूचना व अपराधियों के हुलिये और संभावित रूट का निर्धारण कर टीम ने विभिन्न स्थानों पर दबिश दी। चित्तौडग़ढ़ के साथ ही जिले के भदेसर और भादसोड़ा के जंगलों में अलग-अलग छिपे पांच आरोपितों को पुलिस डिटेन कर थाने ले आई। यहां पूछताछ के बाद पुलिस ने 5 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
ये चढ़े पुलिस के हत्थे
हरिश 32 पुत्र बख्तावर खटीक निवासी पुरानी धान मण्डी खटीक मोहल्ला, अभिषेक 28 पुत्र मिठूलाल गुजराती मोची निवासी सवाईपुर हाल रोकडिय़ा गणेश जी मन्दिर के सामने संजय कॉलानी, नरेश 30 पुत्र रोशनलाल खटीक निवासी सरगांव गंगापुर हाल किरायेदार उदयलाल खटीक के मकान सिद्धि विनायक तिलक नगर, जितेन्द्र पडियार 27 पुत्र देवकरण तेली निवासी मेघरास, बनेड़ा हाल मकान नम्बर 38 जैन ज्योति कोलोनी, सांगानेर रोड और श्मशान घाट के पास जवाहर नगर निवासी बाबुलाल बसीटा 42 पुत्र कन्हैयालाल धोबी।
ये बताई थी हत्या की वजह
हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले मोतीनगर निवासी राजेंद्र पुत्र मोहन यादव व आरोपित आपस में परिचित हैं और एंबुलेंस चलाते हैं। ये लोग साथ बैठकर खाते-पीते। उधर, वारदात के दिन राजेंद्र यादव के बेटे ने एक आरोपित को फोन कर कहा कि उसके पिता को शराब मत पिलाया करो। इसे लेकर उनके बीच विवाद हो गया। इस विवाद को निबटाने राजेंद्र की पत्नी ने अपने भाई अजय यादव को बांगड़ अस्पताल के पास भेजा, जहां आरोपितों ने उस परचाकू से ताबड़तोड़ वार किये, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
तीन आरोपितों पर पहले भी दर्ज हैं मुकदमें
हरीश खटीक पर 4 मुकदमें
पुलिस ने आरोपितों का आपराधिक रेकार्ड खंगाला तो 5 में से तीन आरोपितों के खिलाफ पहले से मुकदमे दर्ज मिले। इनमें हरीश खटीक के खिलाफ 2012 में पहला मामला भीमगंज थाने में जानलेवा हमले का, दूसरा 214 में आगजनी, इसी साल एक और मामला जानलेवा हमला और अवैध हथियार रखने से संबंधित, जबकि 2017 में जुआ-सट्टा का मामला दर्ज हुआ था। ये सभी मामले भीमगंज थाने में दर्ज हुये। इनमें से जुआ-सट्टा के मामले में 2 सितंबर 2017 को उसे सजा भी हुई।
जितेंद्र पडिय़ार के खिलाफ भी पहले से एक मामला दर्ज है। यह प्रकरण 2019 में 18 मई को सुभाषनगर थाने में दर्ज हुआ था। अपराध मारपीट और जातिगत अपमानित करने से संबंधित मामला बताया गया है।
अभिषेक गुजराती मोचरी के खिलाफ वर्ष 2016 में कोटड़ी थाने में केस दर्ज हुआ था। यह मामला अपहरण, रेप और षड्यंत्र रचने के अपराध से संबंधित धाराओं में दर्ज हुआ,ख्जो अभी न्यायालय में विचाराधीन है।
इन पुलिसकर्मियों ने पकड़ा आरोपितों को
सुभाषनगर थाना प्रभारी नंदलाल रिणवा, एएसआई नरेश, मोतीराम, नाथूसिंह, कांस्टेबल शंभु, ओम सिंह और अमृत सिंह की टीम ने इन 5 आरोपितों को दबोचने में सफलता हांसिल की।
