अजित का दावा- 30 जून को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाए जा चुके शरद पवार; अब मेरे पास कमान
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दोनों गुटों ने आज शक्ति प्रदर्शन किया। एनसीपी प्रमुख अजित पवार और शरद पवार की ओर से विधायकों को बैठक में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया गया। हालांकि, बैठक की बात करें तो इसमें राकांपा का संख्याबल अजित पवार के साथ दिखा है। पार्टी के 53 में से 35 विधायक उनके साथ बैठक के लिए पहुंचे हैं। ऐसे में शरद पवार के लिए आने वाले समय में राकांपा के अस्तित्व को अपने नेतृत्व में रखने की उम्मीदों को बड़ा झटका लग सकता है...पढ़ें ताजा अपडेट्स
रोहित पवार ने कही यह बात
एनसीपी विधायक रोहित पवार ने कहा कि जब हमने 2019 में राजनीति में प्रवेश किया और विधानसभा चुनाव लड़ा, तो पवार साहब 82 वर्ष के थे। हममें से अधिकांश लोग उनके कारण चुनकर आए थे। मुझे नहीं लगता कि उम्र ज्यादा मायने रखती है। जब शरद पवार लोगों के बीच जाएंगे तो पता चल जाएगा कि लोग किसके साथ हैं।
पदाधिकारियों के लिए तैयार किया जा रहा शपथ पत्र
इस बीच सामने आया है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार गुट की ओर विधायकों और पदाधिकारियों के लिए शपथ पत्र तैयार किया जा रहा है।
अनिल देशमुख ने किया पलटवार
वहीं, अजीत पवार की शरद पवार के लिए सेवानिवृत्ति वाली टिप्पणी पर अनिल देशमुख ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि 82 साल का शेर अभी भी जिंदा है। वे आज भी एक शेर की तरह लड़ रहे हैं।
महाराष्ट्र की स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण - दीपेंद्र हुड्डा
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हु्ड्डा ने कहा कि महाराष्ट्र की स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा इस तरह से तंत्र का प्रयोग कर ऐसी कार्रवाई कर रही है, लेकिन हरियाणा में उल्टा हो रहा है। पिछले एक साल में 29 पूर्व विधायक भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए हैं।
इस बीच, सभी को चौंकाते हुए अजित पवार ने दावा किया है कि 30 जून को कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, एनसीपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शरद पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से शरद पवार को हटाने के संबंध में प्रस्ताव पारित हुआ था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अध्यक्ष चुन लिया गया था। उन्होंने कहा कि प्रफुल्ल पटेल ने यह बैठक बुलाई थी।
'हम पर आरोप लगाते हैं, फिर हमारे ही नेताओं को मंत्री बनाते हैं'
शरद पवार ने कहा कि राजनीति में आज संवाद खत्म हो गया है। राजनीति में अगर कुछ गलत हो रहा है तो नेताओं को वह बात सुननी चाहिए। संवाद रखना होता है। संवाद न हो तो देश में अस्वस्थता आती है। कुछ अनुचित हो रहा है तो उसे दुरुस्त करना होता है। संकट बड़ा है, हमें बहुत आगे जाना है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि राकांपा ने 70 हजार करोड़ का घोटाला किया। यह आरोप बेबुनियाद है। एक तरफ आप हमारी पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाते हैं, फिर दो दिन पहले आपने हमारी ही पार्टी के नेताओं को महाराष्ट्र की सरकार में मंत्री क्यों बनाया?
'वो जानते हैं कि मेरे बिना उनका सिक्का नहीं चलेगा'
अजित पवार गुट के लिए शरद पवार ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने कष्ट झेला है, उसके बाद उनके अच्छे दिन आए हैं। जिस विचारधारा का आपने विरोध किया, उनके साथ जाना योग्य नहीं है। हमारा चुनाव चिह्न न कहीं जाएगा, न हम उसे कहीं जाने देंगे। उनकी बैठक में आपने देखा होगा कि पीछे मेरी तस्वीर लगी थी। उन्हें पता है कि मेरे बिना उनका सिक्का चलेगा नहीं।
मुंबई में अपने गुट के नेताओं की बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अगर अजित पवार को कोई समस्या थी तो उन्हें मुझसे बात करनी चाहिए थी। अगर उनके मन में कुछ था तो वह मुझसे संपर्क कर सकते थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने एनसीपी को भ्रष्ट कहा तो अब आपने एनसीपी के साथ गठबंधन क्यों किया? उद्धव ठाकरे के साथ जो हुआ वह दोहराया गया। पूरा देश देख रहा है।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम भोपाल की रैली में हमारी पार्टी को क्या कुछ नहीं कहा। उन्होंने एनसीपी को भ्रष्ट पार्टी कहा। फिर भी आपने हमारी पार्टी को अपने गठबंधन में जगह दी। उन्होंने कहा कि अजित ने आज जो कुछ भी कहा उसे सुनकर दुख हुआ। आपने गलत किया है तो सजा के लिए तैयार रहिए।
NCP अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि जिन विधायकों ने अलग होने का फैसला किया, उन्होंने हमें विश्वास में नहीं लिया। अजित पवार गुट ने किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है। पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास है, वह कहीं नहीं जायेगा। जो लोग और पार्टी कार्यकर्ता हमें सत्ता में लाए, वे हमारे साथ हैं। मैं सत्ता में जरूर नहीं हूं, लेकिन मैं अपने लोगों और राज्य की जनता के बीच हूं।