आरोप- केसीसी खत्म कराने के बहाने सास का अंगूठा लगवा व बहू के फर्जी हस्ताक्षर कर दायर किया वाद, हो गई एक तरफा डिक्री, केस दर्ज
भीलवाड़ा BHN.
केसीसी खत्म कराने के बहाने सास का अंगूठा लगवाकर व उसकी बहू के फर्जी हस्ताक्षर कर जमीन हड़पने के लिए कोर्ट में वाद दायर कर दिया जिससे एक तरफा डिक्री भी हो गई। करोड़ों रुपये कीमत की जमीन हड़पने के लिए यह अपराध करना का 6 लोगों पर आरोप लगा है, जिनके खिलाफ कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।
कोतवाली पुलिस के अनुसार, वार्ड नंबर 36 मोतीनगर निवासी घीसी पत्नी नानूराम माली ने भैंरूलाल पुत्र बद्रीलाल दरोगा, महावीर पुत्र जमनालाल दरोगा, रमेश पुत्र भैंरू दरोगा, जमना पुत्र डूंगा दरोगा, राधेश्याम पुत्र लादूलाल सुवालका व राधेश्याम पुत्र देबीलाल दरोगा निवासी बड़ा महुआ के खिलाफ रिपोर्ट दी। परिवादिया का कहना है कि उसके और पुत्रवधु गीता के नाम खातेदारी अधिकारों की आराजी राजस्व ग्राम महुआकलां, बड़ा महुआ में है।
परिवादिया घीसी का कहना है कि उसका बेटा शंकर नशे का आदतन है। अधिकांशतया नशे में रहता है। उसका मानसिकसंतुलन सही नहीं है। 20 मई को घीसी माली के पास दिन में महादेव जाट आया और कहा कि मेरे पाा शंकार का फोन आया है और मुझे कोर्ट में बताया है तो मैं कोर्ट के बाहर महादेव जाट के साथ उसकी मोटरसाइकिल पर बैठकर कोर्ट के बाहर आ गई। गीता साथ नहीं आई। महादेव , उसे बाइक पर बैठाकर लाया। कोर्ट के बाहर परिवादिया का बेटा शंकर और चार आरोपित के साथ वकील व दो-तीन अन्य लोग मिले। वकील ने स्टांप लिखा रखा था। जाते ही परिवादिया से अंगुठा लगाने के लिए कहा। उसे बताया गया कि उसके बेटे शंकर ने तुम्हारी जमीन व दूसरों की जमीन पर केसीसी उठाई थी, जो बैंक वालों ने गलत तरीके से केसीसी दी है। उनके खिलाफ दावा करुंगा। यह केसीसी सभी की बंद करवाउंगा। इसलिए अंगूठा लगवाया है। वकील ने यह स्टांप अपने खुद के पास रखने व किसी को नहीं देने की बात कही। महादेव जाट भी वहीं मौजूद था। स्टांप वकील ने ले लिये। सभी वहां से उठकर चले गये। वह महादेव के साथ वापस लौटकर घर आ गई। करीब 6 माह पहले आरोपित भैंरू का बेटा रमेश व भैंरू, महावीर व जमना ने घर आकर एक स्टांप लिखकर परिवादिया को दे गये थे कि उक्त जमीनप 50 हजार रुपये महावार में मैने ठेके पर ले ली है। इसका पैसा हर साल अदा करता रहूंगा। परिवादिया के पुत्र श्शंकर को चेक अनादरण के मामले में जेल हो जाने से परिवादिया को पैसों की जरुरत पड़ी तो उसने रमेश से पैसे देने के लिए
क हा। उसने कहा कि जमीन तो हमारी है। इसको कोर्ट से दावा करके एक तरफा डिक्री प्राप्त कर ली है। आरोप है कि केसीसी खत्म कराने के बहाने घीसी का अंगुठा लगवाकर, जबकि उसकी बहू गीता के फर्जी हस्ताक्षर कर जमीन हड़पने के लिए कोर्ट में वाद दायर कर दिया जिससे एक तरफा डिक्री हो गई। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी।