अमेरिका-रूस ने दीं शुभकामनाएं, ब्लिंकन बोले- भारत का संविधान लोकतंत्र का स्थायी ढांचा

अमेरिका और रूस ने भारत को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी है। इसी के साथ अमेरिका ने भारत अपना प्रमुख रणनीतिक साझेदार बताया है। गणतंत्र दिवस के मौके पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए भारत के साथ अपने रिश्तों को गहरा करने की बात की है।
अमेरिका ने गणतंत्र दिवस की दी शुभकामनाएं
गणतंत्र दिवस के मौके पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय के डिप्टी प्रवक्ता वेदांत पटेल ने सभी भारतीयों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा, 'सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं। भारत एक ऐसा देश हैं जो अमेरिका के लिए एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार है। हम कई प्रमुख क्षेत्रों में अपने सहयोग को मजबूत करने के लिए तत्पर है।'
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी भारत को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा, 'आने वाले वर्षों में दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा करने के लिए हम तत्पर है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत और अमेरिका के रिश्ते को दुनिया में सबसे अधिक महत्वपूर्ण बताया है।'
ब्लिंकन ने आगे कहा, मैं अमेरिका की तरफ से भारत के लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देता हूं। भारत का संविधान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए एकस्थाई ढांचा है। मैं इस खास मौके पर सभी भारतीयों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।
भारत में रूस के राजदूत ने दी शुभकामनाएं
भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने भी 75वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा, 'हमारे भारतीय मित्रों को समृद्ध, खुशहाली और उज्ज्वल अमृतकाल की शुभकामनाएं। भारत जिंदाबाद और रूसी-भारतीय दोस्ती अमर रहे।'
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के बाद अमृत काल की यात्रा में देश का नेतृत्व करेंगी। कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। इस बार गणतंत्र दिवस महिलाओं पर केंद्रित है। पहली बार महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी कर्तव्य पथ पर मार्च कर रही है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ी में भी केवल महिला कर्मी ही शामिल होंगी।
