चरागाह पर अतिक्रमण को लेकर गुस्सा, रीछड़ा के ग्रामीणों ने ढाई घंटे लगाया जाम

चरागाह पर अतिक्रमण को लेकर गुस्सा, रीछड़ा के  ग्रामीणों ने ढाई घंटे लगाया जाम

भीलवाड़ा प्रेमकुमार गढ़वाल। ग्राम पंचायत रीछड़ा की सौ बीघा चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग को लेकर तीन बार प्रशासन को ज्ञापन देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से गुुरुवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया। लोगों ने भीलवाड़ा-शाहपुरा मार्ग जाम लगा दिया। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गये। जाम के चलते कई लोग फंस गये। जाम की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार ने 15 दिन का समय लेते हुये ग्रामीणों को चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने का भरोसा दिलवाया। इसके चलते करीब ढाई घंटे से लगा जाम ग्रामीणों ने खोल दिया। इसके बाद ही पुलिस, प्रशासन और जाम में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली।
ग्रामीणों ने बीएचएन को बताया कि ग्राम पंचायत रीछड़ा की 300 बीघा चरागाह भूमि है। उसमें से करीब 100 बीघा पर भूमाफियाओं ने अतिक्रमण कर रखा है। कई भूमाफियाओं ने पक्के मकान तक बना लिये। ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर पूर्व में ग्राम पंचायत रीछड़ा को लिखित में सूचना देकर अतिक्रमण हटाने की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद तहसीलदार व एसडीएम को भी लिखित में सूचना दी है, लेकिन उनकी तरफ से भी कोई एक्शन नहीं लिया गया।
हालात यह हो गये कि भूमाफियाओं के हौंसलें बुलंद हो गये और वे बेखौफ होकर अतिक्रमण करते जा रहे हैं। इसे ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया। ग्रामीणों ने थकहार कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया था, जिसमें दस दिन में उचित कार्रवाई नहीं होने पर गांव वालों के द्वारा रोड़ जाम करने की चेतावनी भी दी गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि इस चेतावनी व मांग के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे ग्रामीणों का गुस्सा और बढ़ गया।

सुनवाई नहीं हुई तो उतरना पड़ा सड़क पर, लगाया जाम
ग्रामीणों का कहना था कि अतिक्रमण की समस्या से ग्रामीण खासे परेशान है। आवारा पशु सड़कों पर बैठे रहते हैं। इन सभी परेशानियों को लेकर महिलाओं सहित पुरुष गांव में ही सड़क पर उतर आये। साढ़े आठ बजे ग्रामीणों ने भीलवाड़ा-शाहपुरा मार्ग पर जाम लगा दिया।

तहसीलदार ने 15 दिन में कार्रवाई का दिलाया भरोसा
जाम की सूचना मिलते ही सदर थाने से एएसआई आर सिंह मीणा मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण कलेक्टर को मौके पर बुलाने और हाथों-हाथ कार्रवाई की मांग करने लगे। बाद में तहसीलदार मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की मांग सूनीं। मौका निरीक्षण किया। जो भी अतिक्रमी मौके पर मिला, उसे अतिक्रमण हटा लेने की चेतावनी दी। सरपंच को जेसीबी आदि साधन तैयार रखने के निर्देश दिये। तहसीलदार ने कहा कि वे, जल्द ही पुलिस जाब्ते से समय लेकर अतिक्रमण हटवायेंगे। इसके लिए फिल्हाल उन्होंने ग्रामीणों से 15 दिन का समय मांगा है। इसके बाद ग्रामीण आश्वस्त हो गये और जाम खोल दिया।

जाम में फंस गये थे बड़ी संख्या में लोग
उधर, सुबह साढ़े आठ बजे भीलवाड़ा-शाहपुरा मार्ग पर ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। यह समय शिक्षक-शिक्षिकाओं के स्कूल जाने, ग्रामीणों के गांव से शहर आने-जाने, ग्रामीणों के नौकरी व मजदूरी पर आने-जाने का था। इसके चलते ये सभी लोग जाम में फंस गये। जाम के चलते भीलवाड़ा-शाहपुरा वाया ढिकोला मार्ग बाधित होने से वाहनों की कतार लग गई।

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