कोई भी देश नारी शक्ति की गरिमा बढ़ाते हुए, उनके लिए नए अवसर बनाते हुए ही आगे बढ़ सकता है -  प्रधानमंत्री

कोई भी देश नारी शक्ति की गरिमा बढ़ाते हुए, उनके लिए नए अवसर बनाते हुए ही आगे बढ़ सकता है -  प्रधानमंत्री
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 राजसमन्द ( राव दिलीप सिंह) प्रधानमंत्री   नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को देशभर की लखपति दीदियों से संवाद किया। जिले की राजीविका स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने भाग लेकर वर्चुअल कार्यक्रम को सुना। इस दौरान राजसमंद जिला प्रमुख रतनी देवी जाट, समाज सेवी माधव चौधरी, कृषि विभाग संयुक्त निदेशक कैलाश चंद्र मेघवंशी, समाज कल्याण विभाग उप निदेशक जय प्रकाश एवं राजीविका की जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. सुमन अजमेरा ने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित एनआईसी से प्रधानमंत्री का संबोधन समूह की महिलाओं के साथ सुना।

डॉ. अजमेरा ने बताया कि   प्रधानमंत्री के इस संबोधन कार्यक्रम में 214 ग्राम पंचायतों के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने बढचढ कर हिस्सा लिया एवं संबोधन को सुना एवं इसी क्रम में वित्तीय वर्ष 2023-24 में राजीविका राजसमंद के द्वारा कुल 5,072 समूह सदस्यों को विभिन्न आर्थिक व तकनीकी सहयोग प्रदान करके लखपति दीदी बनाया गया लखपति दीदी संवाद कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

  प्रधानमंत्री के वर्चुअल संवाद का नई दिल्ली से सीधा प्रसारण किया। प्रधानमंत्री ने महिलाओं से सशक्त होकर आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि देशभर में आजीविका मिशन के तहत लाखों-करोड़ों बहनें जुड़कर आजीविका संवर्धन गतिविधियों में हिस्सा ले रही हैं। भाजपा की केंद्र सरकार एवं प्रदेश की सरकारें प्रत्येक देशवासी के जीवन स्तर को उन्नत बनाने हेतु ठोस प्रयास कर रही हैं। विगत 10 वर्षों में केंद्र सरकार ने इन स्वयं सहायता समूहों की बहनों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं के माध्यम से आर्थिक रूप से मदद करते हुए आजीविका संवर्धन गतिविधियों से जोड़ने, उनकी मार्केटिंग आदि विषयों पर बहुत सराहनीय कार्य किए हैं।

वर्तमान केंद्रीय बजट में भी देशभर की 3 करोड़ बहनों को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि आज नारी न केवल अपने घर से बाहर निकली है वरन आज पूरे देश में व्यावसायिक वायुयानों में पायलट के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रही हैं। इसी वर्ष प्रधानमंत्री ड्रोन योजना का भी शुभारंभ किया गया है जिसमें ड्रोन पायलट के रूप में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है, जहां भविष्य में अधिकतम महिलाएं ड्रोन दीदी बनकर एक उन्नत रोजगार मिलने के साथ ही उनकी कृषि गतिविधियों में नवाचार को बढ़ावा दे पाएंगी।

उन्होंने कहा, 'ये कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण के लिहाज से बहुत ऐतिहासिक है। मुझे नमो ड्रोन दीदी अभियान के तहत, 1000 आधुनिक ड्रोन, महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को सौंपने का अवसर मिला है। देश में जो 1 करोड़ से ज्यादा बहनें, पिछले दिनों अलग-अलग योजनाओं और लाख प्रयासों के कारण, 1 करोड़ बहनें लखपति दीदी बन चुकी हैं। ये आंकड़ा छोटा नहीं है। कोई भी देश हो, कोई भी समाज हो, वो नारी शक्ति की गरिमा बढ़ाते हुए, उनके लिए नए अवसर बनाते हुए ही आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि मोदी की संवेदनाएं और मोदी की योजनाएं, ये जमीन से जुड़े जीवन के अनुभवों से निकली हैं। बचपन में जो अपने घर में देखा, अपने आस-पास, पड़ोस में देखा, फिर देश के गांव-गांव में अनेक परिवारों के साथ रहकर के अनुभव किया, वही आज मोदी की संवेदनाओं और योजनाओं में झलकता है। इसलिए ये योजनाएं मेरी माताओं-बहनों-बेटियों के जीवन को आसान बनाती हैं, उनकी मुश्किलें कम करती हैं।'

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