कहीं आप भी तेजी से बढ़ रहे वजन को लेकर तो नहीं हैं परेशान, इन बीमारियों का करना पड़ सामना

वजन बढ़ना एक बड़ी समस्या है. व्यक्ति की ओवरऑल हेल्थ कंडीशन कई कारणों से बिगड़ती है और उनमें से सबसे बड़ा कारण है एक्स्ट्रा फैट. बढ़ते वजन को हम एक खतरा भी कह सकते हैं क्योंकि ये कई बीमारियों को न्यौता देता है. इसलिए ज्यादातर बीमारियों के लिए डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट हमेशा सबसे पहले वजन को कंट्रोल में लाने की सलाह देते हैं. वजन बढ़ने से जुड़ी कई बीमारियां हैं, इसमें समझना जरूरी है कि उन बीमारियों और बढ़ते हुए वजन के बीच कड़ी क्या है. तो आज इस खबर में आपको बताने जा रहे हैं उन बीमारियों के बारे में जो बढ़ते हुए वजन से आपको घेर लेती हैं.
टाइप 2 डायबिटीज
यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज की एक स्टडी में सामने आया कि टाइप 2 डायबिटीज वाले 10 में से 8 लोग अधिक वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त हैं. ऐसे में उन्हें सलाह दी जाती है कि अगर आप टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम में हैं, तो आपके शरीर के वजन का 5 से 7 प्रतिशत कम हो जाता है.
हाई ब्लड प्रेशर
क्या आप जानते हैं कि ब्लड प्रेशर और वजन के बीच सीधा कनेक्शन है. ब्लड प्रेशर वाले लोगों को हमेशा सलाह दी जाती है कि पहले अपना वजन कम करें और अपनी दिनचर्या में शारीरिक व्यायाम को शामिल करें. जैसे-जैसे वजन बढ़ना शुरू होता है ब्लड प्रेशर या तो बढ़ने लगता है या कम होने लग जाता है.
हार्ट डिसीज़
ओबेसिटी को लेकर हुई कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि मोटापे का हार्ट डिसीज से सीधा कनेक्शन है और मोटापा बढ़ने पर की सेहत पर खतरा बढ़ जाता. कई स्टडी ये बताती हैं कि बढ़ता हुआ मोटापा आपकी बिगड़ती सेहत के लिए जिम्मेदार हो सकता है. हार्ट अटैक से लेकर हार्ट से जुड़ी तमाम तरह की बीमारियों में मोटापा एक बड़ा रिस्क फैक्टर हाई.
फैटी लीवर डिसीज़
जैसा कि नाम से पता चलता है, फैटी लिवर की बीमारी तब होती है जब लिवर में फैट का निर्माण अपने सामान्य स्तर से अधिक हो जाता है. आमतौर पर लीवर में थोड़ी मात्रा में फैट होता है. जब यह फैट लेवल बढ़कर आपके लिवर के वजन का 5 से 10% हो जाता है, तो व्यक्ति को फैटी लिवर हो जाता है.
