आर्मी चीफ बोले- भारत, अफ्रीका की एक समस्या, साथ मिलकर लड़ेंगे
पुणे में आज भारत-अफ्रीका सेना प्रमुखों का सम्मेलन हो रहा है। इसमें भारत के आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने भी शिरकत की। जनरल पांडे ने भारत-अफ्रीका के रिश्तों को लेकर कई बातें कहीं। उन्होंने कहा, 'आज हम वैश्विक सहयोग और सहयोग के एक नए युग के मुहाने पर खड़े हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम एक-दूसरे के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करें और अपने पूर्वजों द्वारा रखी गई मजबूत नींव पर निर्माण करना जारी रखें।'
जनरल पांडे ने कहा, 'हम (भारत-अफ्रीका) आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद के साझे खतरों का सामना करते हैं जो हमारे विकास लक्ष्यों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने में हमारे सहयोग और आपसी क्षमताओं को मजबूत करना 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित अफ्रीका के साथ सहयोग के 10 मार्गदर्शक सिद्धांतों में से एक था।'
और क्या बोले जनरल पांडे?
सेना प्रमुख जनरल पांडे ने कहा, 'भारत और अफ्रीका एक तिहाई मानवता का प्रतिनिधित्व करते हैं। अफ्रीका के 46 देशों में फैले भारतीय प्रवासी दुनिया भर में कुल भारतीय प्रवासियों का लगभग 12.5% हैं। ये बड़ी संख्या विभिन्न क्षेत्रों में हमारे बीच सहयोग की विशाल क्षमता को दर्शाती है।'
उन्होंने कहा, 'यह कहना उचित होगा कि हमारे रक्षा बलों के बीच संबंध क्षेत्रों के बीच व्यापक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण घटक है। भारत और अफ्रीकी देशों ने कई क्षेत्रों में परस्पर लाभकारी संबंधों के आधार पर अपने संबंधों को मजबूत किया है। सहयोग के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में रहा है जहां दोनों क्षेत्र शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं।'