कल्याण नगरी में अष्टादश कल्याण महाकुंभ नया इतिहास रचेगा

कल्याण नगरी में अष्टादश कल्याण महाकुंभ नया इतिहास रचेगा
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   निंबाहेड़ा ,  मेवाड़ के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ एवं शोध संस्थान द्वारा आगामी तीन से ग्यारह जून तक आयोजित नौ दिवसीय अष्टादश कल्याण महाकुंभ, धार्मिक, आध्यात्मिक एवं लौकिक स्वरूप में  कल्याण नगरी में एक नया इतिहास रचने जा रहा है। जिसकी सभी आवश्यक तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। वेदपीठ एवं कल्लाजी मंदिर न्यास के पदाधिकारियों एवं न्यायसियों ने रविवार को वेदपीठ पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सभी के समन्वित सहयोग, सदभाव एवं अनुकरणीय योगदान के फलस्वरूप कल्लाजी वेदपीठ के माध्यम से अब निंबाहेड़ा यानि कल्याण नगरी वैदिक मानचित्र पर अपनी विशिष्ठ पहचान बना चुका है। उन्होंने कहा कि एक नए तीर्थ के रूप में उदीयमान कल्याण नगरी वेदपीठ के माध्यम से सभी के कल्याण का स्तुत्य प्रयास किया जा रहा है। जिसकी सफलता ठाकुर श्री की कृपा से सुनिश्चित है।  अखंड गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ 30 से  वेदपीठ के पदाधिकारियों ने बताया कि 30 मई को प्रात: साढ़े 9 बजे से गुरू परंपरा का निर्वहन करते हुए वेदपीठ परिसर में गुरू ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ के लिए दरबार साहिब की स्थापना की जाएगी। जहां चित्त्तौड़गढ़, नीमच एवं कोटा से ज्ञानी एवं पाठी अखंड गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ करेंगे। जिसकी पूर्णता 1 जून को प्रात: 10 बजे होगी। इस दौरान सबद कीर्तन एवं अरदास के साथ वाहे गुरू से देश प्रदेश में खुशहाली की कामना की जाएगी।  पारंपरिक रात्रि जागरण 1 जून को मेवाड़ में प्रचलित परंपरानुसार कल्याण महाकुंभ के एक दिन पूर्व वेदपीठ परिसर में कृष्णा शक्ति दल की माता बहनों एवं श्रद्धालु भक्तमति महिलाओं द्वारा ठाकुरजी की संध्या आरती के पश्चात पारंपरिक रात्रि जागरण का आयोजन किया जाएगा, जो मध्य रात्रि के पश्चात तक चलेगा।  नवकार मंत्र जाप एवं जन जागरण वाहन रैली 2 को  कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में सकल जैन समाज की ओर से वेदपीठ परिसर में 2 जून को सायं 4 से 5 बजे तक नवकार मंत्र का जाप किया जाएगा। जिसके लिए जैन समाज के विभिन्न मंडलों द्वारा सघन संपर्क कर जाप अनुष्ठान को भव्य बनाने की तैयारियां की जा रही है। इसी कड़ी में वेदपीठ से जुड़े वीर बालकों एवं कल्याण भक्तों द्वारा संध्या वेला में नगर जागरण की दृष्टि से विशाल वाहन रैली ढौल नगाढो के साथ निकाली जाएगी। जिसके माध्यम से संपूर्ण कल्याण नगरी में 3 जून से आयोजित होने वाले भव्य एवं विशाल कल्याण महाकुंभ की अनुगूंज होगी।  भव्य शोभायात्रा एवं कलशोत्सव 3 को  कल्याण महाकुंभ के प्रथम दिवस 3 जून यानि ज्येष्ठ शुक्ला चतुर्दशी को प्रात: साढ़े 7 बजे से दशहरा मैदान स्थित ढाबेश्वर महादेव से भव्य एवं विशाल शोभायात्रा एवं कलशोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिसकी व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई है। पदाधिकारियों ने बताया कि इस शोभायात्रा में 300 गांवों की प्रभातफेरियां, वीर वीरांगनाओं, शक्ति ग्रुप की बालिकाओं, कृष्णा शक्ति दल की माता बहनों के साथ ही देश और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे। शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण राम दरबार, हनुमान, लव कुश सहित 1 दर्जन झांकीयां, मुम्बई कांदीवली से सांई ढोल ताशा पतक के 80 कलाकारों का प्रदर्शन, वैदिक विश्वविद्यालय के योग विभाग के विद्यार्थियों द्वारा मल्लखंभ प्रदर्शन, हाथी, घोड़े, ऊंट गाड़ियां, बग्गिया, सजा धजा ठाकुर जी का रथ एवं बग्गी में वीराजित वाल्मिकी रामायण के कथा व्यास वेंकटेश दिव्य धाम अलवर के स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज विराजित होंगे। शोभायात्रा का कल्याण नगरी वासियों, धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक, व्यापारिक संगठनों द्वारा पग पग पर आत्मिक स्वागत एवं अभिनन्दन के साथ ही रथ में विराजित ठाकुर जी की अगवानी कर पूजा अर्चना की जाएगी। शोभायात्रा के वाल्मिकी कथा मंडप पहुंचने पर स्वामी जी का आशीर्वचन एवं प्रभात फेरियों में प्रथम तीन स्थान प्राप्तकर्ताओं को पुरूस्कृत किया जाएगा।  वाल्मिकी रामायण कथा 3 से  कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में स्वामी सुदर्शनाचार्य की महाराज द्वारा वाल्मिकी कथा मंडप में प्रथम बार नौ दिवसीय वाल्मिकी रामायण की कथा श्रवण कराई जाएगी। जिसकी सभी आवश्यक तैयारियां पूरी की जा चुकी है। रामानुज सम्प्रदाय से दीक्षित स्वामी सुदर्शनाचार्य जी के श्री मुख से निश्रत राम कथा आनन्द लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे जिनकी सभी प्रकार की सुविधाओं के लिए वेदपीठ द्वारा आवश्यक व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जाएगा।  पांच दिवसीय 51 कुण्डीय श्री राम महायज्ञ 7 से  कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में पंच दिवसीय 51 कुण्डीय श्रीराम महायज्ञ का आयोजन आषाढ़ कृष्णा चतुर्थी से अष्टमी तक यानि 7 से 11 जून तक प्रात: 7 बजे से आयोजित किया जाएगा। जिसमें औसतन प्रतिदिन 300 यजमान युगलों के अनुपात में 1500 से अधिक यजमान युगल शाकल्य एवं गौघृत्य की आहूतियां  देकर स्वयं को धन्य करते हुए देश प्रदेश और विश्व में खुशहाली की कामना की जाएगी।     सवा 11 करोड़ राम नाम जाप  वेदपीठ की ओर से प्रथम बार राम उपसना का अनुठा संकल्प लेते हुए सवा 11 करोड़ राम नाम जाप की कल्पना को मूर्त रूप दिया जा रहा है । जिसके तहत वेदपीठ परिसर में आचार्यों, बटुकों एवं कल्याण भक्तोंके साथ ही नगर की विभिन्न प्रभात  फेरियों व मंदिरों की ओर से अनवरत राम नाम जाप करते हुए इस लक्ष्य को समय से पूर्व ही पूरा कर कल्याण नगरी को राममयी बनाने में कोई कोर  कसर नहीं रखी है। इसके लिए बड़ी संख्या में घर घर जाकर 108 राम नाम के स्टीकर लगाए गए है। वहीं इस लक्ष्य को द्विगुणित से अधिक यानि 25 करोड़ जाप देवोत्थापन एकादशी तक कर इस नगर को राम नगरी निरूपित करने का स्तुत्य प्रयास किया जा रहा है।  प्रतिदिन रात्रि में भजन संध्या  कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में प्रथम दिन 3 जून को नगर के विभिन्न रामायण मंडलों द्वारा सामूहिक सुन्दर कांड पाठ, 4 जून को अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन सूत्रधार विनोद सोनी के सानिध्य में किया जाएगा। जिसमें इंदौर से कवि मुकेश मोलवा, ईटावा से गौरव चौहान, देवेन्द्र प्रताप, लखनऊ से कमल आग्नेय, आगरा से रूद्रप्रताप रूद्र, उदयपुर से सिद्धार्थ देवल, राजसमंद से गौरव पालीवाल, नीमच से दीपशिखा रावल द्वारा राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत वीर रस एवं प्रभु श्री राम को समर्पित काव्य रचन प्रस्तुत की जाएगी। 5 जून को राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त भव्य कलाकार लक्ष्मीनारायण रावल, 6 जून को रंगीला बजरंग श्याम मित्र मंडल शम्भुपुरा, 7 जून को अखिलेश ठाकुर, 8 जून को कमलेश राव, 9 जून को रोहित भूषण मिश्रा उज्जैन, 10 को ख्यात नाम लेहरूदास वैष्णव के मनभावन भजनों की प्रस्तुतियां होगी।  10 एवं 11 को विशेष सानिध्य जीयर स्वामी जी  कल्याण महाकुंभ के अंतिम दो दिन यानि 10 और 11 जून को समता मूर्ति तीर्थ हैदराबाद के रामानुज सम्प्रदाय राष्ट्रीय प्रमुख संत पद्म भूषण श्रीमत् परमहंस परिवाजक श्री श्री त्रिदण्डी चिन्न श्रीमन्नारायण जीयर स्वामी जी महाराज का विशेष सानिध्य प्राप्त होगा। जिनके प्रथम बार आशीर्वचन से समूचा परिसर एवं कल्याण नगरी गौरांवित होगी। प्रथम बार वाल्मिकी रामायण कथा आयोजन के फलस्वरूप समूचे वेदपीठ परिसर को चित्रकूट एवं यज्ञशाला को रामानुज यज्ञ शाला निरूपित किया गया है।      यज्ञ की पूर्णाहूति, दिव्य दर्शन, मातृपितृ पूजन 11 को  अष्टादश कल्याण महाकुंभ के अंतिम दिवस 11 जून को पंच दिवसीय श्रीराम महायज्ञ की वैदिक विधान के अनुसार पूर्णाहूति उपरान्त का मंडप में यज्ञ के यजमानों एवं सैकड़ों कल्याण भक्तों द्वारा वेदपीठ की परंपरा अनुसार मातृ-पितृ पूजन का अनुठा आयोजन किया जाएगा। पिछले 2 दशक से आयोजित इस अनुष्ठान के माध्यम से भारतीय परंपरा को जीवंत करने का वेदपीठ द्वारा अनुकरणीय प्रयास किया जा रहा है। जिसके माध्यम से न केवल बुजुर्गों को सम्मान मिलता है, वरन परिवारों के एकीकरण को भी बढावा मिल रहा है। इसके साथ ही कल्लाजी मंदिर पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ध्वजारोहण किया जाएगा। तत्पश्चात दोपहर ठीक 12.32 बजे जन जन के आराध्य वेदपीठ पर विराजित ठाकुर श्री कल्लाजी सहित पंच देवों के हजारों भक्तों द्वारा दिव्य दर्शन किए जाएंगे। पदाधिकारियों ने बताया कि महाकुंभ की सभी व्यवस्थाओं को मूर्त रूप देकर अनुष्ठानयुक्त आयोजन को भव्यतम् बनाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे है।

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