निर्वाचन प्रक्रिया में बीएलओ की भूमिका महत्वपूर्ण - संभागीय आयुक्त
चित्तौड़गढ़। संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट के जिला परिषद सभागार में चित्तौड़गढ़ एवं बडी सादडी निर्वाचन क्षेत्रों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी एवं ईआरओ, एईआरओ, बीएलओ की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मतदाता सूचियों की गुणवत्ता एवं विभिन्न मापदण्ड के सम्बन्ध में चर्चा की गई।
संभागीय आयुक्त ने बैठक में विधानसभावार घर घर सर्वे, ईपी अनुपात, लिंग अनुपात, आयु-समूह वार मतदाता अनुपात सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने नव विवाहिताओं, बालिकाओं, दिव्यांगों सहित सभी वंचित मतदाताओं को मतदाता सूची में जोड़ने तथा विभिन्न मापदंडों में सुधार करने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में बीएलओ की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। वे लोकतंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने बीएलओ को आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग का प्रयास है कि हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। उन्होंने स्वीप गतिविधियों के माध्यम से मतदाताओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने।
बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी पीयूष समारिया ने कहा कि मतदाता सूचियों की गुणवत्ता एवं विभिन्न मापदंडों के सम्बन्ध में बीएलओ को लगातार आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं। उन्होंने सभी बीएलओ को सकारात्मक और रुचि के साथ कार्य करने को कहा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक गोयल ने संभागीय आयुक्त को जिले की निर्वाचन संबंधी तैयारियों से अवगत कराया। बैठक में चित्तौड़गढ़ उपखंड अधिकारी रामचंद्र खटीक, बड़ी सादड़ी उपखंड अधिकारी बिंदु बाला राजावत सहित तहसीलदार, ईआरओ, एईआरओ, बीएलओ उपस्थित रहे।