संतुलित पोषण ही स्वस्थ जीवन का आधार - डॉ. यादव
भीलवाड़ा बीएचएन। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत् कृषि विज्ञान केन्द्र भीलवाड़ा, अरणिया घोड़ा शाहपुरा एवं इफको भीलवाड़ा के संयुक्त तत्त्वावधान पोषण वाटिका महाभियान एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव ने महिलाओं के स्वास्थ्य हेतु आवश्यक पोषण जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइडेªट, विटामिन एवं आवश्यक पोषक तत्त्वों का महत्त्व व उपयोगिता को विस्तारपूर्वक समझाते हुए वर्तमान मानव आहार में हरी सब्जियाँ, गाजर, मूली, पालक, सेम, चंवला आदि की उपयोगिता से अवगत कराया।
शस्य वैज्ञानिक डॉ. के. सी. नागर ने दैनिक आहार में पोषण थाली के साथ-साथ बाजरा, ज्वार, मक्का एवं इनके उत्पाद को सम्म्लिित करने की आवश्यकता बताई। पोषण माह अभियान के अन्तर्गत इफको द्वारा दोनों केन्द्रों पर 200 प्रतिभागियों को मिर्च की पौध एवं सब्जियों का मिनी किट उपलब्ध करवाया गया।
इफको के क्षेत्रीय प्रबन्धक बी. एल. कुमावत ने इफको द्वारा प्रायोजित गतिविधियाँ जैसे नेनो यूरिया, नेनो डीएपी व सब्जी मिनी किट की तकनीकी जानकारी के साथ इफको उत्पाद की उपलब्धता के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया। इफको के फील्ड सहायक ईश्वरचन्द प्रजापत ने केन्द्र पर सब्जियों के मिनी किट उपलब्ध करवाये। महिला एवं बाल विकास विभाग सुवाणा के समूह समन्वयक दिनेश जोशी ने कृषक महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहकर हर घर में पोषण वाटिका स्थापित कर पोषण स्तर में सुधार करने की अपील की।
आँगनवाड़ी पर्यवेक्षक सुवाणा श्रीमती सरोज कनौजिया ने पोषण वाटिका के साथ फलदार पौधों की सहभागिता से मानव आहार को सुपोषित बना सकते है तथा महिलाओं में हीमोग्लोबिन व एनीमिया पर विस्तृत जानकारी दी। ग्राम सेवा सहकारी समिति सुवाणा के व्यवस्थापक लाल चन्द सेन ने जैविक किचन गार्ड़न की स्थापना के लिए आवश्यक सुझाव के साथ पालक, धनिया, पत्ता गोभी, फूल गोभी, हरी मिर्च आदि के पौधारोपण और खाद-उर्वरक की तकनीकी को समझाया। फार्म मैनेजर महेन्द्र सिंह चुण्ड़ावत एवं गोपाल टेपन ने कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापित किया। सहायक कृषि अधिकारी नन्द लाल सेन ने बताया कि दोनों केन्द्रों पर पौधारोपण भी किया गया। महेश सुवालका ने बताया कि कार्यक्रम में दोनों केन्द्रों पर 212 आँगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया।