सावधान ,घटिया सेनेटरी नैपकिन और बेबी डायपर बेचने वालों की अब खैर नहीं!
नई दिल्ली। घटिया सेनेटरी नैपकिन अब बेचना आसान नहीं होगा। टेक्सटाइल मंत्रालय ने शुक्रवार को छह मेडिकल टेक्सटाइल से जुड़े आइटम के लिए क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर जारी किया, जिसमें सेनेटरी नैपकिन और डिस्पोजेबल बेबी डायपर भी शामिल हैं। अगले साल एक अप्रैल से बाजार में बिकने वाले सभी सेनेटरी नैपकिन और बेबी डायपर की बिक्री क्वालिटी कंट्रोल नियम के तहत होगी।
क्वालिटी कंट्रोल नियम का करना होगा पालन
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) क्वालिटी कंट्रोल नियम के पालन के लिए जिम्मेदार होता है। हालांकि, सेनेटरी पैड और बेबी डायपर बनाने वाली छोटी इकाइयों के साथ सेल्फ हेल्प ग्रुप को एक साल तक क्वालिटी कंट्रोल नियम के पालन से छूट दी गई है, लेकिन उसके बाद उन्हें भी इस नियम का पालन करना होगा।
क्वालिटी कंट्रोल नियम के पालन के लिए बीआईएस से अपने उत्पाद की जांच कराकर सर्टिफिकेट लेना होता है। इन उत्पादों पर क्वालिटी कंट्रोल नहीं होने से घटिया किस्म के सेनेटरी नैपकिन का बड़ी मात्रा में आयात हो रहा था।
घरेलू स्तर पर बनाए जाएंगे ऐसे उत्पाद
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सरकार के इस नियम का फायदा यह होगा कि सेनेटरी नैपकिन व बेबी डायपर जैसे उत्पाद अब लगभग पूरी तरह से घरेलू स्तर पर बनाए जाएंगे। जनसंख्या अधिक होने से भारत में सेनेटरी नैपकिन का बाजार वर्ष 2028 तक 22,481 करोड़ रुपये का हो जाएगा। हर साल लगभग 16 प्रतिशत की दर से सेनेटरी नैपकिन का बाजार बढ़ रहा है।