भारत कुश्ती संघ को लगा बड़ा झटका, चुनाव ना होने पर UWW ने रद्द की सदस्यता
भारतीय पहलवानों को गुरुवार को बड़ा झटका लगा। रेसलिंग की अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनाईटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भारतीय रेसलिंग फेडरेशन को सस्पेंड कर दिया है। इसके ही भारतीय रेसलिंग संघ की सदस्यता रद्द हो गई। भारतीय रेसलर वर्ल्ड चैंपियनशिप और एशियन गेम्स की तैयारियों में लगे हुए हैं और ऐसे में यह उनके लिए बहुत बुरी खबर है।
भारतीय पहलवानों की बढ़ी मुश्किल
यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने यह फैसला भारतीय फेडरेशन के चुनाव न होने के कारण लिया है। भारतीय रेसलिंग फेडरेशन के चुनाव जून में आयोजित होने थे लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है। रेसलिंग फेडरेशन की सदस्यता रद्द होने का मतलब है कि भारतीय खिलाड़ी तिरंगे तले नहीं खेल पाएंगे। भारतीय पहलवान अब ब्रेलग्रेड में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप में तिरंगे तले नहीं बल्कि यूडब्ल्यूडब्ल्यू के झंडे तले खेलेंगे। साथ ही जो भी पहलवान यहां पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल करेंगे उसे एनओसी कोटा माना जाएगा।
UWW ने पहले ही दी थी धमकी
मई के महीने में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने जंतर-मंतर में अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान भारत के शीर्ष पहलवानों को हिरासत में लिए जाने की निंदा की थी। इसी दौरान उन्होंने भारतीय रेसलिंग फेडरेशन को निलंबित करने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था, ‘चुनाव के लिए दी गई 45 दिन की समय सीमा का सम्मान किया जाए। इसके भीतर चुनाव नहीं होने पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को निलंबित किया जा सकता है, जिससे खिलाड़ी तटस्थ ध्वज तले खेलेंगे।’
कई बार टाले जा चुके हैं चुनाव
खेल मंत्रालय की दखल के बाद एड हॉक कमेटी को चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। 11 जुलाई को भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव होने थे। हालांकि तभी असम रेसलिंग एसोसिएशन की मान्यता को लेकर असम हाईकोर्ट से चुनाव पर स्टे लगा दिया था। इसके बाद 12 अगस्त को चुनाव कराए जाने थे लेकिन इस बार चंडीगढ़ हाई कोर्ट स्टे ले आया।