तस्वीरों में बिपरजॉय का तांडव

अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय भारत के पश्चिमी तट की ओर बढ़ रहा है। गुजरात में बिपरजॉय का असर देखा जा रहा है। चक्रवात से समुद्र में ऊंची लहरे उठ रही हैं। राज्य के कई इलाकों में इसका असर देखने को मिला हचक्रवात पोरबंदर से दूर चला गया है लेकिन देवभूमि द्वारका और कच्छ के तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है । कहीं तेज हवाएं चल रही हैं तो कहीं तेज बारिश हो रही है। कई गांवो की बिजली गुल हो गई तो कहीं लोगों को पलायन करना पड़ा है। तस्वीरों के माध्यम से देखिए गुजरात में बिपरजॉय किस तरह से तबाही मचा रहा है।
बिपरजॉय से उठी तेज हवाओं के कारण पेड़ सड़क पर गिर गया, जिस कारण से आने-जाने वाले वाहनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इससे यातायात प्रभावित हुआ।
बिपरजॉय से निपटने के लिए सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। जवानों को इससे निपटने के लिए पूरी ट्रेनिंग दी गई और उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह पर मंगलवार को बिपरजोय चक्रवात के लैंडफॉल से पहले एक मछुआरा कॉलोनी क्षतिग्रस्त हो गई थी।
गुजरात के कच्छ जिले के मांडवी समुद्र तट पर बुधवार को बेहद गंभीर चक्रवात 'बिपोरजॉय' के कारण तेज हवाएं और समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें देखने को मिली हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, डॉ. मनसुख मांडविया ने आज गुजरात के भुज में थल सेना और वायु सेना के जवानों के साथ बातचीत की और पूरी सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया।
गुजरात के तटीय क्षेत्र में दाखिल हुआ बिपरजॉय का असर इस तस्वीर में साफ देखने को मिला है। लोगों को अपने घरों से बेघर होना पड़ा है।
बिपरजॉय से निपटने के लिए लोगों को तटीय इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। गुजरात में अब तक 47 हजार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
एनडीआरएफ की और एसडीआरएफ की टीमें लगातार लोगों को रेसक्यू करने में जुटी हुई हैं। वह लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं।
सरकार बिपरजॉय से लड़ने के लिए हर अथक प्रयास कर रही है। इससे निपटने के लिए एनडीआरएफ की 18 और एसडीआरएफ की 12 टीमों को तूफान से प्रभावित होने वाले जिलों में तैनात किया गया है।
बिपरजॉय के कारण गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। राज्य के 8 जिलों में हाई अलर्ट जाक
बिपरजॉय के प्रभाव से बचाने के लिए लोगों को तटीय इलाकों से हटाकर सुरक्षित शेल्टरों में रखा गया है। गुजरात के द्वारका और कच्छ जिले में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है।
चक्रवात बिपरजॉय का सबसे ज्यादा असर 15 जून को देखने को मिलेगा। एहतियात के तौर पर रेलवे ने 95 ट्रेनें रद्द कर दी हैं।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से अलग-अलग हादसों में अब तक भारत में सात लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, अस्पतालों में भी सभी इंतजां किए गए हैं।
किसी भी आपदा से निपटने में एनडीआरएफ की टीमें हमेशा अहम भूमिका निभाती हैं। वह लगातार राज्य में लोगों को इससे बचने के लिए समझा रही हैं और उन्हें पेट्रोलिंग कर रही हैं।
भारतीय सेना ने भुज, जामनगर, गांधीधाम, धरंगधरा, वड़ोदरा और गांधीनगर में मंगलवार को चक्रवात बिपारजॉय के आने के बाद स्थानीय लोगों को राहत प्रदान करने के लिए बाढ़ राहत शिवरों को तैयार किया।
द्वारका में चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर असुरक्षित घोषित किए गए एक रिले टावर को ध्वस्त कर दिया गया है। बाद में यहां नया टावर बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने अपने मंत्रिमंडल के साख बैठक की। इस दौरान उन्होंने बिपरजॉय से निपटने के लिए किए गए प्रबंधों का निरीक्षण किया।
सीएम ने स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के कंट्रोल रूम से हॉटलाइन के माध्यम से कच्छ एवं देवभूमि द्वारका जिलों के कलेक्टरों से फोन पर बातचीत कर तूफान की स्थिति का विवरण प्राप्त किया तथा अधिकारियों से लोगों के बचाव एवं राहत एवं निकासी सहित अन्य जानकारी ली।
गुजरात के तटीय क्षेत्रों से लोगों को तेजी से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। साथ ही उनके खाने-पीने का भी इंतजाम किया जा रहा है। शेल्टरों में रह रहे लोगों के लिए खाने का प्रबंध किया गया।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार लगातार स्थिती पर नजर बनाए हुए है। विभिन्न मंंत्रियों ने जमीनी स्तर पर जा कर सुरक्षा स्थिती का जायजा लिया।
केंद्रीय मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने आज देवभूमि द्वारका जिले में संभावित चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और बचाव उपायों और अग्रिम तैयारियों की समीक्षा की।
सौराष्ट्र के कच्छ के 65 गांवों में बिजली कटौती हुई है। चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव के कारण 12020 बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जामनगर ग्रामीण क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण पेड़ उखड़ गए। वहीं उसे रास्ते से साफ करने के लिए जेसीबी मशीन की सहायता ली गई।
गुजरात के सबसे व्यस्त बंदरगाहों में से एक जखाऊ बंदरगाह में भी बिपरजॉय का थोड़ा बहुत असर देखने को मिल रहा है। तेज हवाएं और भारी बारिश हो रही है।
कांडला पोर्ट से जहाजों को साफ कर दिया गया है। लोग दूर-दूर तक समुद्र में उठी ऊंची लहरों को देख पा रहे हैं।