आरक्षण प्रणाली को समाप्त कर भर्ती में सिर्फ वाल्मिकी समाज को प्राथमिकता की मांग
चित्तौड़गढ़। मुख्यमंत्री द्वारा तीस हजार सफाई कर्मचारी भर्ती की घोषणा कर बाद में उसी घोषणा में 13 हजार 146 कर्मचारियो ंकी घोषणा की जिसमें सरकार ने आरक्षण पद्धति को लागू किया इस पद्धति को समाप्त करने हेतु अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस एवं अन्य संगठनों ने इसका विरोध कर जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। राजेश कोदली ने बताया कि सफाई का कार्य सिर्फ वाल्मिकी समाज का है जो कई वर्षों से परम्परागत रूप से करते आये है और कर रहे है। अतः संयुक्त संगठनों के माध्यम से यह मांग की है कि यह जो आरक्षण की पद्धति लागू की गई है उसको तुरन्त प्रभाव से निरस्त कर वाल्मिकी समाज के कर्मचारी को ही भर्ती में लिया जायें। कोदली ने बताया कि सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों की भर्ती स्थगित करने पर संगठन ने मांग की है कि इस भर्ती में प्रशासन द्वारा संसोधन कर शीघ्र भर्ती के नये आदेश जारी कर सिर्फ वाल्मिकी समाज को ही भर्ती में शामिल किया जाये। ज्ञापन के दौरान प्रकाश राठौड़, जीवन कोदली, राहुल पंवार, रामधीन कंडारा, गोपी लाल, जगदीश छपरीबंद, रतन, शंभू, दिलीप राठौड़, राजु पंवार, संजय, महावीर, जीवन, लता, बेबी, लाड, मांगी देवी, रेखा पंवार, आशा, मीरा, ज्योति, कौशल्या, सीमा, रतनी, संगीता, पिंकी, विष्णु, सूरजा आदि उपस्थित थे।