एनएलएम व स्टेट लेवल टीम के साथ सीईओ ने किया मनरेगा कार्यों का निरीक्षण

भीलवाड़ा (हलचल)। जिले में नेशनल लेवल मॉनीटरिंग टीम ने महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत पंचायत समिति बदनौर मेें मनरेगा कार्यों का निरीक्षण किया। टीम के सदस्य आरएनपी सिंह व सुनिल गोदारा द्वारा कार्यों का निरीक्षण व दस्तावेजों की जांच की गई। टीम द्वारा छाछल देवजी से गाराम भवन तक आव निर्माण कार्य, आराम भवन से गोवलिध तक सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण किया तथा श्रमिकों से चर्चा कर टास्क पूर्ण करने के संबंध में सुझाव दिए। टीम के साथ जिले के अधिशासी अभियंता जसराज मातोरिया पंचायत समिति बदनौर के सहायक कार्यक्रम अधिकारी आशीष स्वर्णकार मौजूद थे।
एनएलएम के साथ ही जिले में सर्वाधिक श्रमिक नियोजन वाली पंचायत समिति आसीन्द व पंचायत समिति सुवाणा में राज्य स्तरीय दल द्वारा कार्यों का निरीक्षण किया गया जिसके अन्तर्गत पंचायत समिति सुवाणा की ग्राम पंचायत गुन्दली का निरीक्षण राकेश शर्मा परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास द्वारा किया गया। दल द्वारा ग्राम पंचायत के मनरेगा कार्यों का निरीक्षण, ग्राम पंचायत में मनरेगा संबंधित 1 से 7 रजिस्टर का निरीक्षण, फार्म नं. 6 की पावती रसीद की जांच, निरीक्षण प्रपत्रों की जांच की गई।
राज्य स्तर से आए दूसरे दल द्वारा पंचायत समिति आसीन्द की ग्राम पंचायत बरसनी व शंभुगढ़ के कार्यों का निरीक्षण किया गया। जिले की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शिल्पा सिंह ने पंचायत समिति सुवाणा की ग्राम पंचायत दांथल में दमकड़ा नाडी गहरी करना व कालाजी की नाडी के कार्य का औचक निरीक्षण किया। दमकडा नाडी पर नियोजित 3 मेटों में से कार्यस्थल पर एक मेट उपस्थित मिला जिसके द्वारा अन्य मेटों के संबंध में गलत तथ्य प्रस्तुत करने पर मेट को ब्लैक लिस्टेड करने के निर्देश दिए गए। कार्य स्थल पर श्रमिकों के जॉब कार्ड चेक किए गए जिनमें रिक्तियां अपूर्ण पाई जाने पर उन्हें पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। मस्टररोल में मेटों को प्रतिदिन के मूल्यांकन को अंकित करने के निर्देश भी अधिकारियों ने दिए। सीईओ ने बताया कि वर्तमान में महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत 240138 श्रमिक नियोजित हैं। श्रमिक नियोजन में जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है तथा जिले की पंचायत समिति आसीन्द व सुवाणा में वर्तमान में मनरेगा अन्तर्गत सर्वाधिक श्रमिक कार्यरत हैं। मनरेगा योजना का प्रभावी क्रियान्वयन हो सके तथा अनियमितता को रोकने के उद्वेश्य से कार्यो का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है इस हेतु सभी विकास अधिकारियों को भी एरिया मॉनिटरिंग एप के माध्यम से लगातार निरीक्षण के निर्देश प्रदान किए हैं।