क्या एक बार डेंगू से संक्रमित होने के बाद दोबारा हो सकता है डेंगू ?

क्या एक बार डेंगू से संक्रमित होने के बाद दोबारा हो सकता है डेंगू ?
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डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस दौरान शरीर में भयानक दर्द होता है। डेंगू का मरीज़ बुखार, सिर दर्द, आंखों में दर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द जैसे लक्षणों से गुज़रता है। प्लेटलेट्स का स्तर गिरने से त्वचा पर घाव और नाक या मसूड़ों से खून आना भी देखा जाता है। प्लेटलेट्स ज़्यादा कम हो जाएं तो पेशाब और मल में भी खून आने लगता है। कई बार स्किन पर रैश भी देखी जाती है।

यह सभी लक्षण ज़रूरी नहीं कि डेंगू के हर मरीज़ में देखे जाएं। साथ ही लक्षण हल्के होने से लेकर गंभीर भी हो सकते हैं। बुखार आमतौर पर 2 से 7 दिन तक रहता है। बुखार कम होने के साथ प्लेटलेट्स का स्तर गिरने लगता है। यह वह समय है जब लगातार उल्टी, पेट में दर्द और ब्लीडिंग हो सकती है, इसलिए मरीज़ों को सतर्क रहने की ज़रूरत होती है।

कैसे फैलता है डेंगू वायरस?

डेंगू बुखार भी एक वायरस के कारण होता है, जो एडीज़ इजिप्टी नाम के एक विशेष प्रकार के मच्छर के काटने से आता है। यह मच्छर सुबह के समय काटता है या फिर शाम को सूरज ढलने से पहले। इससे बचने के लिए मच्छर के काटने से ही बचना होगा। इसके लिए आप रिपेलेंट, नेट्स, स्प्रे आदि का उपयोग कर सकते हैं और साथ ही सुनिश्चित करें कि घर के आसपास पानी न जमा हो जिससे मच्छर न पनपें।

क्या एक बार डेंगू होने के बाद दोबारा हो सकता है?

एक बार जब कोई व्यक्ति एक स्ट्रेन से संक्रमित हो जाता है, तो उसका शरीर केवल उस वायरस के स्ट्रेन के प्रति प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण करता है। डेंगू वायरस के चार स्ट्रेन हैं। इसका मतलब है कि एक बार संक्रमित होने के बाद एक व्यक्ति को अपने जीवन में 3 बार और डेंगू बुखार हो सकता है। इसके अलावा, हर स्ट्रेन के साथ डेंगू बुखार का दोबारा संक्रमण पिछले संक्रमण की तुलना में अधिक ख़तरनाक होता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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