बजरी विवाद मंे युवक की मौत का मामला: दूसरे दिन 30 लाख मुआवजा राशि पर बनी सहमति
चित्तौड़गढ़। बोजुंदा क्षेत्र मंे हुए बजरी विवाद मंे फायरिंग में युवक की मौत के मामले मंे दूसरे दिन भी गुरूवार को समाज के लोग मृतक आश्रित व घायलों को मुुआवजा राशि की मांग को लेकर डटे रहे, जिसके चलते आखिरकार प्रशासन व समाज के लोगों के बीच 30 लाख रूपये की मुआवजा राशि पर सहमति बनने के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। जानकारी के अनुसार गत 18 जुलाई को बोजुंदा मंे हुए बजरी विवाद को लेकर फायरिंग की घटना में पुष्कर गुर्जर नामक युवक ने अहमदाबाद मंे उपचार के दौरान मंगलवार देर रात दम तोड़ दिया। जिसके बाद गुर्जर समाज के लोगों में रोष व्याप्त होने से सैकड़ों लोगों ने बुधवार सवेरे कलेक्ट्रेट चौराहे पर मृतक आश्रित और घायलों को मुआवजा राशि की मांग को लेकर पड़ाव डाल दिया, जो रात तक डटे रहे। इस बीच देर रात में मृतक का शव जिला चिकित्सालय पहुंचाकर शवगृह में रखवाया गया। जहां गुरूवार सवेरे फिर से समाज के लोगों ने जिला चिकित्सालय में पड़ाव डाल दिया, जहां हालात को देखते हुए पुलिस के आलाधिकारी व जाप्ता तैनात रहा। इस बीच विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने चिकित्सालय पहुंच समाज के लोगों को स्वंय की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। बात नहीं बनने के बाद समाज के लोगों ने फिर से कलेक्ट्रेट चौराहा पहुंचकर पड़ाव डाल दिया, जहां दिन भर प्रदर्शन का दौर जारी रहा। दोपहर बाद आई अचानक बरसात का दौर शुरू होने के बावजूद समाज के युवा डटे रहे। इधर गुर्जर महासभा के प्रदेशध्यक्ष रामप्रकाश धबाई भी लोगों के बीच मौजूद रहे। आखिरकार प्रशासन द्वारा उच्च स्तरीय वार्ता के बाद शाम को मृतक आश्रित व घायलों को 30 लाख रूपये की मुआवजा राशि पर सहमति बनने के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मृतक के शव को परिजनों को सुपुर्द किया गया। मामले के दौरान अति पुलिस अधीक्षक सुभाष मिश्रा, उपाधीक्षक बुद्धराज टांक, बेनी प्रसाद, धर्माराम गीला, लाभूराम विश्नोई, अध्यात्म गौतम, सदर थानाधिकारी भवानी सिंह राजावत मय जाप्ता मौके पर तैनात रहे।