वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 427 वीं पुण्यतिथि मनाई
राजसमन्द (राव दिलीप सिंह) जिले के आमेट उपखंड मुख्यालय पर पंचायत समिति परिसर में इतिहास संकलन समिति द्वारा आज महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर 427 वी पुण्यतिथि मनाई गई । माल्यार्पण करने के बाद उनकी जीवन गाथा पर चर्चा किया।
पुष्पेंद्र सिंह चुंडावत ने बताया की महाराणा प्रताप शौर्य और साहस के प्रतिक थे। राजस्थान के इतिहास में महाराणा प्रताप के शौर्य की गूंज आज भी जिंदा है। भारत भूमि के इस वीर सपूत को आज फिर याद किया जा रहा है, वजह है महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि। सोशल मीडिया पर भी आज महाराणा प्रताप को याद किया जा रहा है। जहां उनकी पुण्यतिथि पर लोग उनकी शौर्य गाथा को याद कर रहे हैं। वहीं लोग राजस्थान भूमि के इस सपूत को याद कर गर्व महसूस कर रहे हैं।
कार्यकर्ताओ द्वारा राणा की जय जय शिवा की जय जय ,जय शिवा सरदार की जय राणा प्रताप की , भारत माता की जय जैसे गगनभेदी नारों से पंचायत समिति परिसर को गुंजायमान कर दिया ।
यह रहे उपस्थित
कौशल गौड़ , पुष्पेंद्र सिंह चुंडावत , सुरेश सोनी , मदन लाल पुरोहित , मुकेश सिरोया , गणपत चौधरी , भागवत सिंह चुंडावत , चंद्रजीत सिंह शांतिलाल सोनी , प्रकाश खटीक , गोवर्धन सिंह देवड़ा ,रोहित, नाथूलाल , अजय , गोपाल , ईश्वर , सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे।