नई दिल्ली पहुंचे मालदीव चुनाव आयोग के अध्यक्ष, बोले- चुनावी संस्थाओं के बीच रिश्ते खराब नहीं
भारतीय चुनाव आयोग की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर तौफीक ने कहा कि भारत की तरह ही मालदीव का चुनाव आयोग भी एक स्वतंत्र संस्था है। हम राजनीति नहीं करते। हम अपनी बैठकों में भी राजनीति की बात नहीं करते हैं। इसलिए मुझे अब तक किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आई है।
भारत और मालदीव के बीच संबंध अब तनावपूर्ण हो गए हैं। तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद दोनों देश एक साथ एशियाई चुनाव निकाय कार्यक्रम में शामिल हुए। यह कहना है मालदीव के चुनाव आयोग के अध्यक्ष फुवाद तौफीक का। गौरतलब है कि जब से मोहम्मद मुइज्जू ने मालदीव के राष्टपति पद की शपथ ली है, तब से दोनों देशों के बीच खटास आ गई है। बता दें, मालदीव चुनाव आयोग के अध्यक्ष तौफीक अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत के दौरे पर हैं।
हम अपनी बैठकों में राजनीति की बात नहीं करते
भारतीय चुनाव आयोग की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर तौफीक ने कहा कि भारत की तरह ही मालदीव का चुनाव आयोग भी एक स्वतंत्र संस्था है। हम राजनीति नहीं करते। हम अपनी बैठकों में भी राजनीति की बात नहीं करते हैं। इसलिए मुझे अब तक किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आई है। दोनों देशों के चुनाव आयोग एक-दूसरे के बेहद करीब हैं।
भारतीय चुनाव आयोग विशेषज्ञ है
तौफीक का कहना है कि ऐसे तो एएईए कि बैठक के दौरान एक राष्ट्र एक चुनाव बातचीत के मुद्दों में शामिल नहीं था। लेकिन इस पर अलग से चर्चा की गई थी। मुझे लगता है कि भारत में एक साथ चुनाव कराना बहुत बड़ा काम है। क्योंकि भारत बहुत विशाल है। यहां कई राज्य है। भारत के कई राज्य तो ऐसे हैं, जो न जाने कितने देशों से बड़े हैं। यह ईसीई के लिए काफी बड़ी चुनौती है। हालांकि, मुझे यकीन है कि भारतीय चुनाव आयोग विशेषज्ञ है। इनके पास बहुत अनुभव है। अगर भारत का चुनाव आयोग एक साथ चुनाव कराना चाहता है तो मुझे लगता है कि वे इसके लिए खूब अध्ययन करेंगे। ये पहले यह तय करेंगे कि क्या एक साथ चुनाव सही से हो सकता है।
इन तीन कारणों से तौफीक अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आए हैं…
- एसोसिएशन ऑफ एशियन इलेक्शन अथॉरिटीज (एएईए) के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में भाग लेने के लिए।
- भारत के 14वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस में शामिल होने के लिए।
- भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए।
हर देश की अपनी समस्याएं हैं।
तौफीक ने आगे बताया कि एएईए अनुभव साझा करने का उत्तम साधन है। हर देश का अपना अनुभव है। हर देश की अपनी क्षमताएं हैं। मालदीव 1190 टापुओं से बना एक देश है, जो 90 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। ऐसे में चुनाव के दौरान हमें अलग समस्याओं से जूझना पड़ता है। ऐसे ही सभी देशों की अपनी-अपनी समस्याएं हैं। यहां हमने 25 जनवरी को अपने-अपने समस्याओं और उनके निदान को साझा किया।
एएईए में सात देश शामिल
बता दें, भारत ने सात मई 2022 को फिलीपींस से दो साल के लिए एएईए की अध्यक्षता संभाली है। संगठन में कुल सात देश शामिल हैं-
- भारत
- रूस
- उज्बेकिस्तान
- श्रीलंका
- मालदीव
- ताइवान
- फिलीपींस