लक्की ड्रा में साढ़े तीन लाख रुपये जीतने का झांसा देकर युवक से की 3.29 लाख की ठगी, दोस्तों से कर्जा लेकर ठगों को ट्रांसफर की राशि, केस दर्ज

भीलवाड़ा बीएचएन। शहरी क्षेत्र में रह रहा एक ग्रामीण व्यक्ति ऑन लाइन ठगी का शिकार हो गया। इस व्यक्ति को गों ने लक्की-ड्रा में ईनाम खुलने का झांसा देकर 3,29,268 रूपये ठग लिये। ठगों ने उससे जीएसटी,टीडीएस, एनओसी आदि के नाम पर यह रकम अमानतन उनके बैंक खाते में डलवाकर खूद बूर्द कर ली। पीडि़त ने ठगी की शिकायत पुलिस अधीक्षक को दी। इसके बाद प्रताप नगर पुलिस ने इस शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी।
पुलिस के अनुसार, पीडि़त गोपाल लाल पुत्र किशनाराम शर्मा मूलरूप से आसींद थाने के रामपुरा गांव का रहने वाला है, जो वर्तमान में मालोला रोड़ पर रह रहा है। शर्मा ने रिपोर्ट में बताया कि करीब 01 माह पहर्ले वह, मालोला रोड़ स्थित निवास पर था। तब उसके मोबाइल पर 8342095819 नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने कहा कि तुम हर्बल आयुर्वेद कम्पनी की 50 वी वर्षगांठ पर लक्की में विजेता रहे हो, तुम 3,50,000 रूपये जीत गये हो। तुम्हारे बैंक खाता नम्बर आज ही बताओ। आज ही 3,50,000 रूपये का चैक बैंक में भेज रहे हैं। गोपाल ने खाता नंबर देने से मना कर दिया। दो- तीन दिन बाद वापस कॉल आया और कहा कि तुम्हारे आधार कार्ड, पेन कार्ड व बैंक खाता डायरी डालो, तुम्हे कम्पनी ऑनलाईन लक्की ड्रा की रकम दे रही है । इस पर गोपाल ने उससे अपनी आईडी भिजवाने को कहा। कॉल करने वाले ने एक आधार, पेन कार्ड के साथ ही जीवन निरोग्य आयुर्वेद के कार्ड की फोटो भेजी। जिसमें उसका नाम पंकज सिंह भदौरिया पुत्र जयकरण सिंह निवासी 4 / 68, विशेष खण्ड गौमतीनगर, बाकसी का तालाब लखनउ यू.पी लिखा था।इसके चलते गोपाल ने उस पर विश्वास कर बैंक डिटेल, पेन कार्ड, आधार कार्ड, फोटो व हस्ताक्षर भेज दिये । ठग ने फोन करके गोपाल से कहा कि तुम्हारा रजिस्ट्रेशन करवाना पडेगा। इसलिये तुम 2500 रूपये जमा कराओं। ठग के बताये फोन पे नंबर पर 2500/- रूपये डालना चाहा तो फोन पे फैल्ड होने से 24मई को 2500 रूपये खाते में ट्रांसफर कर दिये । इसके बाद गोपाल को ठग ने विश्वास में लेकर फोन करके कहा कि तुम्हारा रजिस्ट्रेशन हो गया है, लेकिन 3,50,000 रूपये का आरबीआई, जीएसटी 2.5 प्रतिशत 8,700 रूपये बनता है जो और तुम जमा कराओगें तब लक्की ड्रा की राशि 3,50,000 रूपये कम्पनी द्वारा ट्रांसफर करवायी जा सकेगी। ठग के झांसे में आकर 8700 रूपये फोन पे पर ट्रांसफर कर दिये तो अभियुक्त ने बताया कि तुम्हारे द्वारा ट्रांसफर करवायी गई । रकम शो नहीं हो पा रही है इसलिये एक बार 8700 रूपये और डाल दो । जो तुम्हे वापस रिफण्ड कर देगें । गोपाल ने 8700/- रूपये और डाल दिये। इसके बाद गोपाल को उसके नाम का भारतीय रिजर्व बैंक लेटर ठगों ने व्हाट्सअप किया और आरबीआई से एनओसी लेने के लिए 12,500 रूपये और जमा कराओं। तभी तुम्हें रकम ट्रांसफर हो पायेगी। ठग ने एक अन्य ठग को अपना अधिकारी बताते हुये परिवादी गोपाल से बात करवाई। इसके बाद गोपाल ने 12,500 रूपये फोन पे के जरिये ट्रांसफर किये। इसके बाद ठगों ने एनओसी की लेट फाईन चार्जेज के रूप में 4500 रूपये,करण्ट चार्जेज के 3500 रूपये सहित करीब 3,29,268 रूपये जमा करा लिये। यह राशि गोपाल ने अपने मित्रो से कर्जा लेकर जमा कराये। इसके बाद भी वे फोन कर बार-बार राशि की मांग करने लगे। गोपाल ने धोखाधड़ी की आशंका होने पर ठगों से उसके द्वारा दी गई राशि लौटाने की मांग की तो उन्होंने राशि लौटाने से इनकार कर दिया। पुलिस ने इस रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी।
