विकसित भारत की सोच के वाहक बनेंगें बाल वैज्ञानिक-विधायक आक्या
चित्तौड़गढ़। इंस्पायर अवार्ड की राज्यस्तरीय प्रदर्शनी के समापन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने कहा कि विज्ञान के दौर में नवाचारों के इस प्रस्फुटन से बाल वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी मानवजीवन को सुलभ बनाने में अपना सार्थक योगदान कर पायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वैज्ञानिक सोच को आगे ले जाने वाले ये बाल वैज्ञानिक विकसित भारत का सपना साकार करने में कारगर साबित होेगे। आक्या ने बाल वैज्ञानिकों की सोच को अभिनव प्रयास बताते हुए इस प्रकार के आयोजनों की महत्ती आवश्यकता बताई। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सुरेश झंवर ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा के पायदान से वैज्ञानिक सोच को विकसित करने के ये प्रयास प्रशंसनीय है। ग्रामीण परिवेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक बाल वैज्ञानिकों का यह सफर आने वाले समय में सुखद परिणाम देगा। एम अकादमी की बालिकाओं ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। राउमावि सेगवा की बालिकाओं ने राजस्थानी गीत पर नृत्यमय प्रस्तुति दी। अतिथियों का स्वागत आयोजन सचिव और संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा उदयपुर मंडल पुष्पेन्द्र शर्मा तथा आभार प्रदर्शन संयुक्त निदेशक कार्यालय के शैक्षणिक प्रकोष्ठ के एडीईओ राजेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने किया। राज्यस्तरीय प्रदर्शनी का प्रतिवेदन आयोजक संस्था के प्रधान शंभुलाल भट्ट ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कनक जैन और नवीन शर्मा ने किया। कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक कार्यालय से मांगीलाल मेनारिया, अनिल ईनाणी, सागर सोनी, मनोज पारिक सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षक और विद्यार्थी मौजूद रहे। राज्यस्तरीय प्रदर्शनी में भागीदारी कर रहे 412 बाल वैज्ञानिकों के मॉडलों के निरीक्षण करने के बाद 3-3 सदस्यों की 5 ज्यूरी टीम ने राष्ट्रीय स्तर के लिए 37 बाल वैज्ञानिकों का चयन किया है।