बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी देने चाहिए 

बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी देने चाहिए 
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 भीलवाड़ा  BHN स्टार परियोजना के तहत विद्यालय आधारित आकलन का पांच दिवसीय प्रशिक्षण समारोह श्री विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल सुवाणा में सम्पन्न हुआ।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि स्टेट फेडरेशन ऑफ यूनेस्को एसोसिएशन इन राजस्थान के प्रदेश संयोजक गोपाल लाल माली ने प्रतिभाभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूलों में शिक्षक व शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों में शिक्षा के साथ संस्कार भी देने चाहिए, ताकि आने वाली पीढी संस्कारयुक्त शिक्षा प्राप्त कर सके। माली ने यह भी घोषणा की कि यूनेस्को द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों की सैकड़ों प्रतिभावान महिलाओं का सम्मान किया जायेगा इस हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाली शिक्षिकाओं को भी इस समारोह में शामिल किया जायेगा।
शिविर प्रभारी सरिता कंवर उप प्रधानाचार्य राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बड़ा महुआ ने बताया की विद्यालय आधारित आकलन के विकासात्मक लक्ष्य, विद्यालय आधारित आकलन के टूल एवं तकनीकी को विद्यालय में लागू करने पर जोर दिया, बच्चे कैसे सीखते है। आरकेएसएमबीके परीक्षा परिणाम के बारे में जानकारी दी। ब्लॉक सुवाणा से दिनेश उपाध्याय विभागीय प्रतिनिधि ने बताया कि छात्रों को गतिविधि आधारित शिक्षण एवं नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप नई अकादमिक संरचना पर जोर देने एवं शिक्षण कार्य करने पर बल दिया। एबीएल किट की समझ का उपयोग, उपचारात्मक शिक्षण के बारे में संभागियों को विस्तार से बताया एवं बाहर से पधारे अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में केआरपी अजीत सिंह राजपूत, विजय शंकर शर्मा, सुरेश कुमार शर्मा, प्यार चंद धाकड़, शांतिलाल छापरवाल, राजेंद्र प्रजापत, किशन माली, मधुसूदन शर्मा, सुरेश चंद बड़वा,अनिल आसोपा, जितेंद्र सिंह, यूनेस्को यूथ क्लब के सचिव संजय शर्मा उपस्थित थे।

 

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