शिमला से भी ज्यादा ठंड, लेकिन दिल्लीवालों को फिर भी क्यों नहीं सता रही सर्दी!
नई दिल्ली: शुक्रवार की सुबह दिल्ली पानी जमाने वाले तापमान के करीब पहुंच गई थी। दिल्ली शिमला, डलहौजी, धर्मशाला जैसी जगहों को ठंड के मामले में मात दे रही थी। इसके बावजूद दिल्ली के लोगों को ठंड नहीं सता रही है। लोगों को अब भी कड़ाके की ठंड का इंतजार है। आखिर क्यों नहीं लग रही दिल्लीवालों को ठंड? शुक्रवार सुबह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री रहा। यह सामान्य से चार डिग्री कम था। वहीं डलहौजी का 6.8, धर्मशाला का 8.2, शिमला का 6.8 डिग्री रहा।
क्या कह रहे एक्सपर्ट?
एक्सपर्ट के अनुसार, दरअसल दिल्ली में सुबह चार बजे के आसपास ठंड न्यूनतम तापमान पर पहुंचती है। इसके बाद आठ बजे से सूरज निकलने लगता है और दस बजते-बजते धूप की गर्माहट तापमान बढ़ा देती है। दोपहर 12 बजे के बाद धूप इतनी चमकदार हो जाती है कि तापमान 20 डिग्री के स्तर को पार कर जाता है। जबकि शिमला और डलहौजी में अधिकतम तापमान 15 डिग्री के आसपास बना हुआ है। यही वजह है कि वहां के लोग अधिक ठंडक महसूस कर रहे हैं। स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार, जो लोग सुबह पांच से छह बजे के बीच उठकर अपने घरों से बाहर निकलते हैं उन्हें दिल्ली में ठंड का अहसास हो रहा है। लेकिन आठ बजे के बाद उठने वाले लोगों को लग रहा है कि ठंड अभी दिल्ली में पड़ ही नहीं रही है।
5 के नीचे पहुंचा न्यूनतम पारा
महेश के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 4.9 रहा। अधिकतम तापमान 25 डिग्री से उपर रहा। वहीं, शिमला में भले न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री रहा, लेकिन वहां अधिकतम तापमान 15.4 डिग्री के आसपास रहा। यही वजह है कि शिमला वाले दिन में भी ठिठुरन महसूस कर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री रहा। यह सामान्य से दो डिग्री अधिक है। हवा में नमी का स्तर 33 से 100 प्रतिशत रहा। लोदी रोड का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री, आया नगर का 6 डिग्री, मंगेशपुर का 6.1 डिग्री, नोएडा का 6.6 डिग्री रहा। शनिवार को आसमान साफ रहेगा। हल्का कोहरा रह सकता है। अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री तक रह सकता है। वहीं 17 से 21 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान 5 से 7 डिग्री रहा।
दिल्ली में अगले 7 दिन का मौसम
राजधानी में पंद्रह दिसंबर से पहले 5 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। आमतौर पर ऐसा नहीं होता। हालांकि दिसंबर के अंतिम हफ्ते में तापमान तेजी से नीचे जाता है। क्रिसमस और न्यू ईयर के आसपास पहाड़ों पर बर्फबारी का ट्रेंड भी रहा है। पिछले एक दशक की बात करें तो सिर्फ 2020 में तापमान पंद्रह दिसंबर से पहले 5 डिग्री के नीचे पहुंचा है। अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर की वजह से तापमान के और नीचे जाने की संभावना नहीं है। दो दिन बाद यह दोबारा कम होंगे।
18 दिसंबर के बाद ही मिलेगी प्रदूषण से राहत
लंबे समय बाद राजधानी दिल्ली को 18 दिसंबर को प्रदूषण से थोड़ी राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, संभावना है कि 18 दिसंबर के बाद प्रदूषण का स्तर खराब स्तर पर पहुंच जाए। हालांकि यह स्थिति अधिक दिनों तक नहीं रहेगी। दो से तीन दिनों में प्रदूषण फिर बेहद खराब के स्तर पर पहुंचेगा। पूर्वानुमान के अनुसार राजधानी में 16 से 18 दिसंबर तक प्रदूषण का स्तर बेहद खराब रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों में यह खराब से बेहद खराब के बीच रह सकता है। शुक्रवार को हवाएं नॉर्थ वेस्ट और नॉर्थ दिशा से आई। इनकी गति 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे तक रही। 16 और 17 दिसंबर को हवाओं की गति 4 से 8 किलामीटर प्रति घंटे रह सकती है। इसके बाद 18 दिसंबर को हवाओं की गति बढ़कर 8 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
देश के 10 सबसे प्रदूषित शहर
शहर | AQI |
पूर्णिया | 416 |
कटिहार | 394 |
हनुमानगढ़ | 377 |
सहरसा | 376 |
भागलपुर | 370 |
अररिया | 364 |
श्रीगंगानगर | 344 |
बल्लभगढ़ | 335 |
छपरा | 332 |
आरा | 324 |