आयुक्त पूजा मीणा बोलीं- सेक्स रैकेट चलाते हैं पवन अरोड़ा; आईएएस पवन ने आरोपों को बताया असत्य, बोले- मनगढ़ंत आरोप

आयुक्त पूजा मीणा बोलीं- सेक्स रैकेट चलाते हैं पवन अरोड़ा; आईएएस पवन ने आरोपों को बताया असत्य, बोले- मनगढ़ंत आरोप
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राजस्थान के चर्चित आईएएस अधिकारी पवन अरोड़ा पर आयुक्त पूजा मीणा ने  सेक्स रैकेट चलाने और उन्हें प्रताड़ित  करने   के गंभीर आरोप लगाए   हैं।  इन गंभीर आरोपों से  पूरी अफसरशाही हिल गई है।   मीणा ने शहरी निकाय मंत्री शांति धारीवाल पर भी आईएएस अफसर  अरोड़ा को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं। हालांकि, आईएएस अरोड़ा ने इन आरोपों आरोपों को असत्य,  - मनगढ़ंत  बेबुनियाद करार दिया है। 

पूजा मीणा राजस्थान प्रशासनिक सेवा यानी RAS अधिकारी हैं। वे झालावाड़ जिले की नगर परिषद आयुक्त थीं। वहां से उनका तबादला किया जा चुका है। अभी वे अवेटिंग पोस्टिंग ऑर्डर (एपीओ) हैं यानी नई पदस्थापना के आदेशों की प्रतीक्षा में हैं। वहीं, पवन अरोड़ा शहरी निकाय विभाग (डीएलबी) के निदेशक रह चुके हैं। वर्तमान में वे राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के आयुक्त हैं।दरअसल, नौ जनवरी को नगर परिषद झालावाड़ में आयुक्त पद से पूजा मीणा का तबादला नागौर नगर परिषद में आयुक्त के पद पर कर दिया गया। फिर उसी दिन आदेश में संशोधन कर उन्हें नई पदस्थापना के आदेशों की प्रतीक्षा में रखते हुए निदेशालय में भेज दिया गया। एक ही दिन में दो तबादला आदेश जारी होने के बाद पूजा मीणा ने ये आरोप लगाए हैं। हालांकि, 10 जनवरी को एक और नया तबादला आदेश निकाल कर उन्हें जयपुर हैरिटेज नगर निगम में उपायुक्त पद पर पोस्टिंग दे दी गई।

  नहीं हो रही मेरी सुनवाई  

 महिला अधिकारी ने गहलोत के मंत्री को बताया बदमाश, बड़े अफसर पर लगाए हैरेसमेंट के आरोप

  पूजा मीणा

आयुक्त पूजा मीणा ने  मंगलवार को भावुक होकर फूट पड़ी. अधिकारी ने इस दौरान मंत्री शांति धारीवाल, IAS पवन अरोड़ा और IAS हृदेश कुमार शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए. महिला अधिकारी ने आरोप लगाया कि मंत्री धारीवाल के संरक्षण में आईएएस अधिकारी पवन अरोड़ा उन्हें जानबूझकर परेशान कर रहे हैं.

पूजा मीणा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अरोड़ा बहुत गंदा आदमी है और उन्हें राजस्थान सरकार का सबसे बदमाश आदमी बताया. पूजा ने आरोप लगाया कि पवन अरोड़ा उन्हें कई सालों से प्रताड़ित कर रहा है. वहीं मीणा ने डीएलबी डिपार्टमेंट में सेक्स स्केंडल चलाने का भी आरोप लगाया.

 

इसके आगे पूजा मीणा ने कहा कि पवन अरोड़ा के खिलाफ कई बार उन्होंने पुलिस में शिकायत दी है और मुख्यमंत्री तक को इसके बारे में अवगत करवाया है लेकिन उनकी कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है.

आरोपों को बताया असत्य, आईएएस अरोड़ा  बोले- मनगढ़ंत आरोप

राजस्थान के आईएएस अधिकारी पवन अरोड़ा नेमहिला अधिकारी द्वारा लगाए गए आरोपों को असत्य, मनगढंत और बेबुनियाद बताया है। हाऊसिंग बोर्ड के आयुक्क पवन अरोड़ा नेकहा कि आरोप बेबुनियाद है। सत्यता सेपरेहैं। पवन अरोड़ा नेलाइव हिंदुस्तान सेकहा कि महिला के आरोप मनगंढत है। पहलेसत्यता का परीक्षण कीजिए। बता दें राजस्थान मेंआरएएस अधिकारी पूजा मीना नेआईएएस अधिकारी पवन अरोड़ा पर सैंक्स स्कैंडल चलानेऔर हेरेसमेंट करनेके गम्भीर आरोप लगाए है। पूजा मीना का आरोप है- औरतों को मेरेपीछे लगा रखा है। उन औरतों को अधिकारियों सेजोड़ता है, ताकि उनक को फंसाकर रखे। मुझसेजुड़ेंगी तो इनकी सच्चाई उजागर होगी। सच्चाई को उजागर होनेसेबचानेके लिए सारी हरकतेंकरता है। फेक न्यूज लगाना। फेक वीडियो बनाना, पेक आईडी बनाना, मेरी लोकेश ट्रैस करना, है  किंग करना। झूठे मैसेज बना देगा। 

टोंक में रहने के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक से कर चुकी है शिकायत

टोंक में रहने के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक से कर चुकी है शिकायत

पूजा मीणा के मुताबिक जब वे टोंक में पोस्टेड थी तो पवन अरोड़ा की हरकतों से तंग आकर उन्होंने उनके खिलाफ शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने टोंक में जिला पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर से उनकी शिकायत की थी। जिसमें बताया कि पवन अरोड़ा उनके फोन सुनता है। लोकेशन ट्रेस करता है और बदमाश औरतों को उनके पीछे लगा रखा है। उनकी शिकायत पर अरोड़ा की बर्खास्तगी की कार्रवाई होने वाली थी। लेकिन कई अधिकारियों से उन्होंने कहलाया और माफी मांगी। अब शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने के लिए उन्हें वापस प्रताड़ित किया जा रहा है। इसमें वर्तमान डीएलबी निदेशक को माध्यम बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले नागौर स्थानांतरित किया गया और कुछ ही घंटों बाद उन्हें एपीओ कर दिया गया। ताकि वह जाकर डायरेक्टर से मिले और डायरेक्टर के माध्यम से दबाव बनाया जा सके। मनचाहे स्थान पर पोस्टिंग देने की एवज में उन्हें अरोड़ा के खिलाफ शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर किया जा सके। पूजा मीणा ने बताया कि पवन अरोड़ा उन्हें पिछले सात-आठ वर्षों से परेशान कर रहे हैं। एक महिला अधिकारी होने के नाते स्थानांतरण से उनका परिवार डिस्टर्ब हो चुका है।

 

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