सरपंच पुत्र सहित अन्य के खिलाफ मारपीट की दी शिकायत
चित्तौड़गढ़। डगला खेड़ा गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट चौराहे पर मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन करते हुए गांव के ही रहने वाले नारूलाल रेगर के साथ सरपंच पुत्र सहित अन्य के खिलाफ मारपीट की शिकायत के सम्बन्ध में परिवाद जिला पुलिस अधीक्षक को देकर कार्यवाही की मांग की। ग्रामीणों के अनुसार डगला खेड़ा सरपंच रणजीत भाटी के पुत्र इंद्रजीत सिंह भाटी, साथी गट्टु सिंह, दौलत सिंह, अजय सिंह, आयुष चुण्डावत, ईश्वर सिंह, राजू सिंह सहित 30-40 युवकों ने गत 12 अप्रेल को किराणें की दुकान पर बैठे पीड़ित नारू रेगर के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उसके साथ मारपीट कर दी। पुलिस अधीक्षक को दिये गये परिवाद के अनुसार मारपीट के दौरान मकान में तोड़फोड़ करते मकान व दुकान में रखी नगदी लूट ली। जिसके बाद सदर थाना पुलिस को मोके पर बुलाकर उल्टा पीड़ित नारू लाल के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराकर उसे थाने ले जाया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस सम्बन्ध में पूर्व में पीड़ित के परिजनों द्वारा रिपोर्ट देने के बावजूद कार्यवाही नहीं की गई। ग्रामीणों ने इस मामले को दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करते नारू लाल को जेल से रिहा कराने की मांग की। इसी प्रकार भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा विरोध प्रकट करते हुए इसे दबंग जाति के लोगों द्वारा अछूत के किये जा रहे किराना व्यवसाय से द्वेषित होना बता कर कार्यवाही की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। अम्बालाल शेरसिया के नेतृत्व में भारत मुक्ति मार्चा द्वारा दिये ज्ञापन में बताया कि डगला का खेड़ा निवासी रेगर समाज के नारूलाल रेगर जो कि विकलांग होकर किराना का व्यवसाय करता है। गांव के दबंग जाति के लोगों ने बिना दुश्मनी के उसके साथ मारपीट कर उस पर छेड़छाड़ का आरोप लगा कर जेल भेज देने से गरीब नारूलाल की पत्नी थानों के चक्कर लगाने को मजबूर हो रही है। ज्ञापन में दबंग जाति के लोगों पर एक अछूत जाति के व्यक्ति द्वारा किराने का व्यवसाय किये जाने से द्वेषित होकर उसके साथ मारपीट किये जाने का आरोप लगाया। ज्ञापन में मारपीट के अपराधियों को गिरफ्तार कर प्रार्थिया को न्याय दिलाने की मांग की गई। इस अवसर पर रतनलाल खटीक, मांगीलाल सोलंकी, रामावतार मीणा, अरूण कण्डारा, जानकीलाल रेगर, किशनलाल रेगर, भूरालाल, जगदीश, शंकरलाल, मुकेश, राजू, मुकेश, बद्रीलाल, किशनलाल, श्यामलाल आदि उपस्थित रहे।