साहित्य मंडल श्रीनाथद्वारा में आयोजित पाटोत्सव ब्रजभाषा समारोह का सम्मापन
दर्पण पालीवाल
नाथद्वारा।नगर के मध्य चल रहे साहित्य मंडल श्रीनाथद्वारा में आयोजित पाटोत्सव ब्रजभाषा समारोह का सम्मापन सोमवार को हुआ। बृज भाषा पाटोत्सव समारोह के द्वितीय एवं अंतिम दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि विद्वान मनीषी भागवत प्रवक्ता मदन मोहन शर्मा ने कहा आज मनुष्य अंधी दौड़ में दिशाहीन हुए भागे जा रहा है। उसे स्वयं को पता नहीं कि वह किस तरफ किसके हितार्थ दौड़ रहा है। लेकिन साहित्य और शब्दों के भंडार साहित्यकार ही वह लोग हैं जो जीवन के एक-एक क्षण को जी रहे हैं । अपने शब्दों के माध्यम से वह समाज और देश को जीना सिखा रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्रज के वरिष्ठ रचनाकार वेद प्रकाश शर्मा वेद ने की। वेद ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा "आज साहित्य मंडल हिंदी भाषा के संवर्धन और संरक्षण में एकमात्र वृहद संस्था के रूप में परिस्थितियों से जूझ रहा है, देवपुरा ने जो साहित्य की ज्योति को प्रज्ज्वलित किया है, उसे श्याम देवपुरा ने और अधिक प्रगतिमान बनाया है। व यह ज्योति इसी प्रकार आगे प्रज्ज्वलित होती रहे । इसके लिए आज ब्रजभाषा एवं हिंदी भाषा की साहित्यकारों को पूर्ण रूप से सहयोग करना वांछित है। अलीगढ़ के विख्यात मनीषी एवं साहित्यकार नरेंद्र शर्मा नरेंद्र ने अपने उद्बोधन में कहा की आज साहित्यकारों की कद्र उनका सम्मान एवं उन्हें पूर्ण सहयोग देने के लिए भगवती प्रसाद देवपुरा ने साहित्य मंडल संस्था को एक मशाल के रूप में स्थापित किया है, जिसे आज भी श्याम देवपुरा ने आगे बढ़ाया है। साहित्य मंडल आज देश की एक विशाल एवं वृहद संस्था है इसके प्रयास स्तुत्य और प्रशंसनीय है।
इस अवसर पर विदुषी साहित्यकार डॉ संतोष यादव ने कहा आज साहित्य मंडल ही एकमात्र वह संस्था है जहां हिंदी ब्रज का सम्मान होता है। इस संस्थान में देश की संपूर्ण संस्कृतियों का मिलन दिखाई देता है। पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण सभी अंचलों से साहित्यकार यहां आकर स्वयं को गौरवान्वित करते हैं।
इस अवसर पर ब्रजभाषा एवं ब्रज संस्कृति को समर्पित साहित्यकार महेश जैन ज्योति, मथुरा, कृष्ण चंद्र गौड, राधाकुंड, महाराम सिंह मृदुल, इटावा, श्याम सिंह जघीना मधुर भरतपुर, गोविंद सिंह डागुर भरतपुर, रविंद्र पाल सिंह रसिक मथुरा, गोपाल चरण शर्मा वृंदावन, अभिषेक शर्मा अमर नगर , पवन पराशर कामवान, गौरव गोस्वामी नंदगांव , अनिल कुमार शर्मा अनिल गोवर्धन, अंजू सिंह एटा को ब्रजभाषा विभूषण की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्याम प्रकाश देवपुरा एवं साहित्यकारों के गद्यात्मक एवं पद्यात्मक परिचय की प्रस्तुति हरि ओम हरि एवं डॉ भगवान मकरंद द्वारा किया गया।