राहुल गांधी की स्पीच का हिस्सा हटाने पर भड़की कांग्रेस, अधीर रंजन चौधरी ने लिखा स्पीकर को पत्र
संसद में दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषण के कई हिस्से बाद में कार्यवाही से हटा दिए गए. इस पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज की है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर इस पर अपना विरोध दर्ज कराया है.
लोकसभा में दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की स्पीच का कुछ हिस्सा हटाए जाने पर कांग्रेस ने नाराजगी व्यक्त की है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर भाषण को सदन में प्रकाशित करने की गुजारिश की है. चौधरी ने आगे कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान राहुल गांधी के भाषण का एक बड़ा हिस्सा हटा दिया गया.
अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से जुड़े कुछ तथ्यों का जिक्र किया था. कांग्रेस नेता ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से भी कुछ सवाल किए थे, लेकिन प्रकाशित की गई चर्चा में राहुल गांधी के भाषण का एक बड़ा हिस्सा इस हटा दिया गया. पत्र में चौधरी ने कहा कि संविधान के तहत संसद में सभी को बोलने की स्वतंत्रता है.
इससे पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी ट्वीट कर कहा था कि लोकसभा में लोकतंत्र दफन कर दिया गया. राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान साथ आने को शुरुआत, साथ बने रहने को प्रगति और साथ काम करने को सफलता बताते हुए कहा था कि अडानीजी और नरेंद्र मोदीजी, धन्यवाद. उनके भाषण के इस हिस्से को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया.
राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान सवाल उठाते हुए कहा था, 'सबसे जरूरी सवाल यह था कि इनका हिंदुस्तान के प्रधानमंत्रीजी के साथ क्या रिश्ता है और कैसा रिश्ता है? इसके बाद राहुल गांधी ने एक पुरानी फोटो भी संसद में दिखाई थी और कहा था कि ये फोटो देख लीजिए. ये फोटो तो पब्लिक में है.' राहुल गांधी के भाषण के इस हिस्से को भी कार्यवाही से हटा दिया गया.
राहुल की स्पीच के वो हिस्से, जो हटा दिए गए
राहुल गांधी ने कहा था, 'सर, प्राइम मिनिस्टर साहब की फोटो है. उसमें उनका बहुत अच्छा चेहरा नजर आ रहा है. उनके पीछे अडानी का लोगो है. वे अडानीजी के हवाई जहाज में घुस रहे हैं. इसलिए मैंने सोचा कि आज के प्रेसिडेंट एड्रेस में मैं नरेंद्र मोदीजी का अडानीजी का जो रिश्ता है, उसके बारे में आपको थोड़ा बता देता हूं. 'राहुल गांधी ने कहा था कि इस रिश्ते की शुरुआत वर्षों पहले हुई थी जब मोदीजी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. जब देश के अधिकतर बिजनेस मैन प्रधानमंत्री को लेकर सवाल कर रहे थे और विरोध में थे, तब एक आदमी प्रधानमंत्री के साथ कंधे से कंधा मिला रहा था. राहुल के संबोधन का ये अंश भी कार्यवाही से हटा दिया गया है.
इसके अलावा राहुल गांधी के भाषण से पीएम मोदी के बांग्लादेश दौरे और अडानी को कॉन्ट्रैक्ट मिलने, श्रीलंका इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के चेयरमैन के बयान, हवाई जहाज में सफर करने और पीएम मोदी से किए गए सवालों को भी कार्यवाही से हटा दिया गया था. राहुल गांधी के भाषण के दौरान स्पीकर ने राहुल गांधी को टोकते हुए कहा था कि बाकी आपकी इच्छा है, स्वतंत्र अभिव्यक्ति है. मेरा मानना यही है. स्पीकर के इस वाक्य को भी कार्यवाही से हटा दिया गया.