इंडिय गठबंधन के मतभेद सुलझाने में कांग्रेस को अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए: विपक्षी दलों के नेता
विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दलों ने कांग्रेस को बड़ी नसीहत दे डाली है। उनके नेताओं का कहना है कि कांग्रेस को गठबंधन में मतभेदों को दूर करने के लिए अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए और सीट बंटवारे में बड़ा दिल दिखाना चाहिए। तब जाकर ही गठबंधन आगामी चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को टक्कर दे पाएगा।
‘इंडिया’ में शामिल कई दलों के नेताओं ने यह भी कहा कि विपक्ष को इस चुनाव को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए और जल्द ही एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम लाकर जनता के सामने एकजुट छवि पेश करनी चाहिए। शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की तरह मैं भी यही कहूंगी कि कांग्रेस को और अधिक बड़ा दिल दिखाना होगा।
डी. राजा ने उदार बनने की बात कही
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी. राजा ने कहा कि पिछले साल पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों से उचित सबक लेने के बाद ‘इंडिया’ के घटक दलों को एक-दूसरे पर विश्वास करना चाहिए। रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के एनके प्रेमचंद्रन ने कहा कि विपक्ष को सीट-बंटवारे की चर्चा और राज्यवार चुनावी रणनीति के मामले में अधिक गंभीर होना होगा।
दानिश अली ने ही यह बात
इस बीच लोकसभा सांसद दानिश अली ने उम्मीद जताई कि उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे पर बातचीत को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा और गठबंधन के सहयोगी दल एकजुट रहेंगे।
कपिल सिब्बल ने कही थी यह बात
इससे पहले विपक्षी दलों की तैयारियों पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि विपक्षी दलों के पास अपनी रणनीति को मजबूत बनाने का पूरा मौका है। 'INDIA' की रणनीति को और मजबूत करने का पूरा समय बाकी है। तत्काल एक बैठक बुलाने की जरूरत है। सिब्बल ने कहा कि राजनीतिक दल विवाद में फंसे हुए हैं। 'INDIA' से अलग होने जैसी बातों के कारण समय बर्बाद हो रहा है। समयसीमा के भीतर रचनात्मक बातचीत से नतीजे बदल सकते हैं।