सिपाही निकला स्मैक तस्कर, एसओजी ने किया गिरफ्तार
बरेली। वर्दी की आड़ में कैंट थाने का सिपाही स्मैक की तस्करी कर रहा था। नैनीताल की एसओजी ने सिपाही को स्मैक खरीदने के बहाने अपने जाल में फांस लिया। सीबीगंज के पास उसे डीलिंग के लिए बुलाया। इसके बाद सिपाही समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
छह लाख में हुआ था एक किलो स्मैक का सौदा
नैनीताल की एसओजी ने कैंट थाने के सिपाही रविंद्र के साथ छह लाख रुपये में एक किलो स्मैक का सौदा किया था। सीबीगंज क्षेत्र में एसओजी स्मैक तस्कर बनकर पहुंची। उसने सिपाही को वहीं बुलाया। सिपाही के साथ दो अन्य लोग भी थे। एसओजी की टीम ने स्मैक चेक की। इसके बाद सिपाही को वहीं दबोच लिया। एसएसपी नैनीताल ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में बरेली के कैंट थाने का सिपाही रविंद्र सिंह, अर्जुन पांडे, मोरपाल शामिल है। उनके पास एक बाइक भी बरामद की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्मैक की कीमत एक करोड़ है।
उत्तराखंड में होती थी स्मैक की सप्लाई
फतेहगंज पश्चिमी, पूर्वी समेत बरेली जिले के कई गांव मादक पदार्थों की तस्करी का अड्डा है। बागपत का रहने वाला 2021 बीच का सिपाही रविंद्र कैंट थाने में तैनात है। तस्करों से सांठगांठ कर वह स्मैक की सप्लाई उत्तराखंड करता था। नैनीताल पुलिस और एसओजी को काफी दिनों से उसकी तलाश थी। इसके बाद एसओजी ने स्मैक डीलिंग के बहाने सिपाही को बुलाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।