सभी एसडीएम हेड क्वार्टर पर न्यायालय की हो स्थापना- न्यायाधीश फरजंद अली

सभी एसडीएम हेड क्वार्टर पर न्यायालय की हो स्थापना- न्यायाधीश फरजंद अली
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बनेड़ा (केके भण्डारी)l राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश फरजंद अली का बनेड़ा में साफा बंधवाकर भव्य स्वागत किया गया। जानकारी के अनुसार न्यायाधीश फरजंद अली भीलवाड़ा से शाहपुरा जा रहे थे इस दौरान बनेड़ा कस्बे में स्थित निजी होटल पर वकीलों द्वारा न्यायाधीश का भव्य स्वागत अभिनंदन किया गया । संवाददाता से विशेष बातचीत में न्यायधीश ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए बताया कि बनेड़ा में एसडीएम कार्यालय खुले हुए इतने वर्ष हो गए इसके बावजूद भी यहां पर न्यायालय की स्थापना नहीं हुई साथ ही उन्होंने कहा कि हर एक एसडीएम हेड क्वार्टर पर सरकार को न्यायालय की स्थापना करनी चाहिए जिससे सभी को न्यायिक कार्य में आसानी रहेगी । गौरतलब है कि न्यायाधीश फरजंद अली ने वकालत की शुरुआत चित्तौड़गढ़ से की थी। स्वागत के दौरान एडवोकेट इकबाल मोहम्मद छिपा, मुरली जोशी, कृष्ण कुमार जीनगर, गिरीश कौशिक, कुशल साहू, शाकिर, देवेंद्र यादव, विशाल डांगी, निसार, अहसान, आदिल आदि अनेक एडवोकेट के साथ ही प्रबुद्ध नागरिक भी मौजूद रहें ।

शाहपुराl शाहपुरा बार एसोसिएशन द्वारा न्यायाधीश अली का स्वागत अभिनंदन एवं सम्मान किया गया । बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में एडीजे सुनील कुमार ओझा ,बार एसोसिएशन अध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा ने न्यायाधीश का स्वागत किया। समारोह के दौरान भारतीय तेराकी संघ के  उपाध्यक्ष अनिल व्यास का सम्मान किया एवं कर्नाटक राज्य के राज्यपाल के ओएसडी शंकर गुर्जर का भी स्वागत किया गया। लोक अभियोजक कुणाल ओझा ने न्यायाधीश अली का जीवन परिचय दिया। न्यायाधीश ने अधिवक्ताओं को बार एसोसिएशन एवं वकालत व्यवसाय का सम्मान बढ़ाने के लिए संदेश दिया उन्होंने कहा कि छोटे स्तर पर भी अधिवक्ता अच्छी मेहनत करके लोगों को न्याय दिला सकते हैं जिससे कि जनता को  आर्थिक हानि एवं मानसिक पीड़ा का सामना नहीं करना पड़े एवं समय पर उनको न्याय मिल सके। वकालत का पेशा जनता की भलाई के लिए, उनको समय पर न्याय दिलाने के लिए, गरीब और शोषित की आवाज को न्यायालय में उठाने के लिए होता है। एक वकील का मुख्य उद्देश्य पीड़ित को न्याय दिलाना ही होना चाहिए। अधिवक्ताओं को यह ध्यान रखना चाहिए कि देश के प्रत्येक व्यक्ति को न्याय का व समानता का अधिकार है जिसको नागरिक तक पहुंचाना अधिवक्ताओं का प्रमुख कर्तव्य है। इस पथ पर चलकर ही अधिवक्ता देश को सुरक्षित समाज देने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इस कार्यक्रम के दौरान एसीजीएम राजेश कुमार मीणा, जीएम मोनिका धनोल और बार एसोसिएशन के सदस्य कन्हैयालाल, उदयलाल राजौरा, दिनेश व्यास, अनिल शर्मा, दीपक पारीक, रितेश शर्मा, नमन ओझा, विवेक पाराशर, विवेक दाधीच, विजय पाराशर आदि उपस्थित रहेl

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