बेटियों ने कहा बाल विवाह रूकना चाहिए
गुढढा जहाजपुर। बाल विवाह अभिषाप है कम उम्र की शादी से विकास रूक जाता है, मांसिक तनाव बढता है नासमझी में किसी प्रकार की फैसले लेने की परिपक्वता नही होती और अधिकांष शादियां आगे चलकर टूट जाती है। यह विचार राउमा विंद्यालय गुढढा की दसवंी में पढने वाली अंकिता मीणा राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे बाल संरक्षण संकल्प यात्रा अन्तर्गत आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता के दौरान ब्यक्त की, वही 14 साल की अंजली बाल विवाह काननू की कडाई से पालन करने की वकालत करती है। 12वीं कक्षा का दिलकुष मीणा ने बच्चों पर हो रही हिंसा के लिए पारिवारिक उपेक्षा को दोषी बताया। यात्रा के संयोजक विपिन तिवारी ने यात्रा के उदेष्यों पर चर्चा के दौरान बालहिंसा, बाल विवाह, बालश्रम एवं बाल तस्ेकरी रोकन एवं बाल अधिकारों पर जागरूकता के लिए बाल अधिकारिता विभाग, यूनिसेफ एवं पीसीसीआरसीएस और जिला प्रषासन द्वारा 16 ग्राम पंचायतों में पंचायत, विद्यालयों में संगोष्ठी, परिचर्चा, ऑडियो-विडियों जैसे विभिन्न माध्यमों से गांव-ढाणी स्तर तक वातावरण निर्माण के लिए बच्चों के साथ कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों के अन्दर आत्मविष्वास पैदा करना, अधिकारों के प्रति सचेत और छुपी हुई प्रतिभा को मंच देने के साथ ही उसके अ्रन्दर षिक्षा का वातावरण निर्माण किया जा सके। यात्रा के दौरान गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रतियोगिता के विजेताओं को 21 नवंबर को जहाजपुर में आयोजित होने वाले जिलास्तरीय बाल मेले में पुरस्कृत किया जायेगा।
शनिवार को यात्रा का पडाव ग्राम पचायत गुढढा रहा। राजीव गांधी केन्द्र में सरंपच अजन्ता देवी मीणा द्वारा यात्रा दल का स्वागत कर गांव की भौगोलिक स्थिति की जानकारी दी तथा पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण ईकाइ का गठन कर सदस्यों का क्षमतावर्धन किया गया। घर घर दस्तक के दौरान मंजू देवी अपनी ब्यथा साझा करते हुए बताती है कि पति विनोद रंेगर नषे के हालत में खुदकुषी कर ली थी। तीन वर्षीय पुत्र अमन रेंगर के लिए चिन्तित है। बाल मित्रों द्वारा विधवा पेंषन और पालनहार योजना के आवेदन आनलाईन कराने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई। उसी तरह रेंगर मुहल्ला की अलोली देवी परित्यक्ता प्रमाण पत्र के लिए गुहार लगाती है। सरपंच से मिलकर परित्यक्ता प्रमाण पत्र बनवाने की कवायद की गई । ग्राम भ्रमण के दौरान सरपचं अजन्ता देवी मीणा, आंगनवाडी कार्यकर्ता चन्द्रकान्ता मीणा, अंजना जैन, आषा वृजमोहन कंवर, गीता मीणा के साथ यात्रा समन्वयक कैलाष सैनी-सीताराम गुर्जर, सोना बैरवा, मंजित सिंह, सफिस्ता ,खान, राकेष वर्मा, उपस्थित थे।