दिल्ली की बदल रही आबोहवा, जल्द ही मिलेगी राहत की सांस, आज से बढ़ जाएगी ठंड
दिल्ली-एनसीआर में पिछले एक हफ्ते से जारी प्रदूषण की जंग से अब लोगों को राहत की सांस मिलनी शुरू हो गई है. दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' से 'खराब' श्रेणी में जा रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता का स्तर सोमवार सुबह 350 पर आ गया है, जो पिछले कुछ दिनों से 400 से 500 के बीच चल रहा था.
आनंद विहार में AQI घटकर 340, आरके पुरम में 337, पंजाबी बाग में 350 और ITO में 317 पर आ गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर को प्रदूषण से राहत मिलेगी, लेकिन ठंड बढ़ने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
प्रदूषण निगरानी एजेंसियों के मुताबिक, रविवार को दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के स्तर में मामूली सुधार दर्ज किया गया, हालांकि आने वाले दिनों में बड़ी राहत की संभावना नहीं है. दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 7 बजे 290 था, लेकिन शाम 4 बजे तक यह घटकर 301 हो गया. वहीं दिल्ली-एनसीआर का AQI शनिवार को 319, शुक्रवार को 405 और गुरुवार को 419 था. दिल्ली के साथ-साथ, गाजियाबाद (280), गुरुग्राम (234), ग्रेटर नोएडा (236), नोएडा (268) और फरीदाबाद (327) में वायु प्रदूषण का स्तर 'खराब' से 'बहुत खराब' तक था.
आज से ठंड बढ़ेगी
मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार को भी मौसम कमोबेश ऐसा ही रहेगा. दिन में आसमान साफ रहेगा. अधिकतम और न्यूनतम तापमान 27 और 12 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, अब पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो गया है तो तापमान में तेजी से गिरावट आएगी. तेज हवा से ठंडक भी बढ़ेगी. सप्ताहांत तक दिल्ली का अधिकतम तापमान 24 और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा.
दिल्ली की हवा ख़राब
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण से निपटने के लिए एक रणनीति तैयार की है. दिल्ली और एनसीआर राज्यों से सभी आपातकालीन उपायों को रद्द करने के लिए कहा गया है, जिसके तहत अन्य राज्यों से केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस VI-अनुपालक वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति है. प्रदूषण नियंत्रण निकाय ने कहा कि गैर-जरूरी निर्माण कार्य, खनन, स्टोन क्रशर और डीजल जनरेटर पर प्रतिबंध सहित अन्य सभी प्रतिबंध जीआरएपी के चरण I, II और III के तहत जारी रहेंगे.