तेल घाणी बोर्ड स्थापना की मांग
चित्तौड़गढ़। तेल घाणी बोर्ड की स्थापना की मांग को लेकर तेली पिछड़ा वैश्य महासभा राजस्थान के तत्वावधान में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। अल्का तेली पंचोली, कमलेश तेली ने बताया कि सरकार के समाजों के सर्वांगीण विकास के लगातार प्रयास हो रहे हैं। तेली समाज पिछड़ी जाति में है जो ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत है। इनका मुख्य रोजगार तेल घाणी है। आर्थिक स्थित दयनीय होने के चलते तेल घाणी बोर्ड की स्थापना पर बल दिया ताकि ब्याज खोरों से मुक्ति मिलेगी, राशि की उपलब्ध हो पाएगी, जीविकोपार्जन में आसानी होगी। अन्य प्रदेशों की तर्ज पर तेल घाणी बोर्ड की स्थापना की मांग को लेकर गणेशलाल, साकरिया, लेहरीलाल तेली, भेरूलाल तेली, माधु तेली, कालुलाल जरवार, गौरी शंकर, पुष्पादेवी, पार्वती, किशन ढोढरिया, मीना तेली, जमना तेली, आरती तेली, लक्ष्मी, सरस्वती, बगदीराम, काली, दुर्गा, उदयलाल, भगवतीलाल, शांता, मुकेश जरवार, विकास, किशन, पिन्टू, सुखलाल, देवराज, कोयल, चंचल सहित कई समाजजनों की उपस्थिति में ज्ञापन सौंपा।