अदाणी समूह को लेकर हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जांच की मांग, सुप्रीम कोर्ट में आज होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट उद्योगपति गौतम अदाणी के कारोबारी समूह को लेकर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की जांच की मांग वाली याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा। याचिका में रिपोर्ट की जांच शीर्ष अदालत के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में कराए जाने की मांग की गई है। सीजेआई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ के समक्ष वकील विशाल तिवारी ने मामले को जल्द सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि मामले में दर्ज अन्य याचिकाओं के साथ उनकी अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई की जाए। तिवारी ने जनहित याचिका में बड़े कारोबारी घरानों को दिए गए 500 करोड़ रुपये से अधिक ऋण की मंजूरी नीति की निगरानी को लेकर एक विशेष समिति गठित करने की भी मांग की है।इससे पहले पिछले हफ्ते वकील एमएल शर्मा ने शीर्ष अदालत में एक और जनहित याचिका दायर की थी, जिसमें अमेरिका स्थित फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के शॉर्ट सेलर नाथन एंडरसन और भारत और अमेरिका में उनके सहयोगियों के खिलाफ कथित रूप से निर्दोष निवेशकों का शोषण करने और अदाणी समूह के शेयर के मूल्य को कृत्रिम तरीके से गिराने के लिए मुकदमा चलाने की मांग की गई थी।दरअसल, हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें अदाणी समूह पर फर्जी लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। इसके बाद अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर की कीमतों में भारी गिरावट आई है। हालांकि, अदाणी समूह ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि वह सभी कानूनों और सूचना सार्वजनिक करने संबंधी नीतियों को पालन करता है।
दाउदी बोहरा समुदाय मामले में भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
सुप्रीम कोर्ट की एक संविधान पीठ शुक्रवार को इस पर अपना फैसला सुनाएगी कि क्या दाउदी बोहरा समुदाय में पूर्व-संचार की प्रथा के खिलाफ याचिका को एक बड़ी पीठ के पास भेजने की जरूरत है। जस्टिस संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ को शुक्रवार को अपना फैसला सुनाना है। इस पीठ में जस्टिस अभय एस ओका, जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस जेके माहेश्वरी भी शामिल हैं।