इलेक्ट्रोपैथी बोर्ड गठन करने की मांग, चिकित्सकों में आक्रोश
चित्तोडगढ़़। जिले के इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सक इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा बोर्ड लागू करने की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर एकत्र होंगे। इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सकों ने कहा कि राज्य में इसका एक्ट बनने के बावजूद प्रस्तावित बोर्ड लागू नहीं होने के कारण आक्रोश है। इस संबंध में मुख्यमंत्री के नाम कई बार ज्ञापन भी प्रस्तुत किया गया है।
जिला सचिव डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार ने मार्च 2018 मे इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति अधिनियम 2018 बना दिया तथा अप्रैल 2018 में राज्यपाल महोदय द्वारा इसे अनुमोदित कर दिया गया। 5 अक्टूबर 2018 को इलेक्ट्रोपैथी बोर्ड हेतु मुख्यमंत्री कार्यालय से नामों का प्रस्ताव भी आयुष विभाग को भेज दिया गया था। 2019 से वर्तमान सरकार से हम इलेक्ट्रोपैथी बोर्ड को गठित करने हेतु संवाद एवं मांग करते आ रहे हैं।
2019 में राज्य के इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सकों द्वारा एक बड़ा धरना - प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार का ध्यान इस विषय पर आकर्षित भी किया गया था।
राज्य के 100 से अधिक जनप्रतिनिधियों ने सरकार से इलेक्ट्रोपैथी बोर्ड शीघ्र लागू करने की अनुशंसा भी की है। जिला सचिव डॉ शर्मा ने कहा कि चिकित्सकों की रोष पूर्ण भावनाओं को देखते हुए सरकार को सूचित कर रहे हैं कि यदि सरकार द्वारा इलेक्ट्रोपैथी बोर्ड लागू/गठित करवाने के संबंध में कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की जाती है तो संपूर्ण राजस्थान के इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सक एवं छात्र छात्राएं अपना विरोध प्रदर्शन सरकार के प्रति प्रदेश के सभी जिलों में करने को बाध्य होंगे।