आरोग्य साथी’ मोबाइल ऐप के नवाचार पर जिला कलक्टर को मिला ई-गवर्नेंस राजस्थान अवॉर्ड
चित्तौड़गढ़। जिला प्रशासन, चित्तौड़गढ़ एवं एनआईसी जिला इकाई द्वारा नवाचार के तहत पहल करते हुए आम नागरिकों के लिए मेडिकल सहायता से संबंधित एक मोबाइल ऐप ‘आरोग्य साथी’ बनाया है, जिला कलक्टर की पहल पर शुरू किए गए इस आरोग्य साथी मोबाईल ऐप पर आवश्यकता होने पर किसी भी तरह की चिकित्सा सहायता ली जा सकती है।
चित्तौड़गढ़ के जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल के इस नवाचार ‘आरोग्य साथी’ मोबाईल ऐप के लिए ई-गवर्नेंस राजस्थान अवार्ड 2021-22 की ए कैटेगरी में पुरस्कार दिया गया है। ए कैटेगरी में गंगानगर की जिला कलक्टर रूकमणी सिहाग को गंगा नहर के कम्प्यूटराईजेशन एवं आधुनिकिकरण के लिए अवार्ड दिया गया है। साथ ही एनआईसी, चित्तौड़गढ़ के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अशोक कुमार लोढ़ा को बी कैटेगरी में पुरस्कार दिया गया।
जिला कलक्टर ने मोबाइल एप के बारे में बताया कि यह पूरी तरह से सिटीजन ओरिएंटेड है तथा इसे एकदम सरल व साधारण बनाया गया है, ताकि आम नागरिक आसानी से इसे उपयोग में ले सकें। उन्होंने बताया कि यह ऐप ब्लड हेल्प, एंबुलेंस हेल्प, मेडिकल सर्विसेज तथा इमरजेंसी कांटेक्ट जैसी चिकित्सा सहायता की सुविधा प्रदान करता है। उन्होंने साथ ही उन नागरिकों से अपील की है कि, जो ब्लड डोनेट एवं एंबुलेंस मेडिकल सेवा के रूप में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहते हैं, वे इसमें अपने आप को स्वैच्छिक रजिस्टर करें ताकि अन्य जरूरतमंद नागरिक इसका पूरा-पूरा लाभ उठा सकें।
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में अनेक परिवार, वृद्ध व्यक्ति, विद्यार्थी बड़े शहरों में अकेले रहते हैं तथा अन्य स्थिति में किसी व्यक्ति को इलाज के लिए या सामान्य यात्रा के प्रयोजन से दूसरे शहर जाना पड़ता है। इन परिस्थितियों में किसी को उस शहर में कोई स्वास्थ्य समस्या आती है या किसी चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है, तो यह ‘आरोग्य साथी’ ऐप हर नागरिक के लिए आपातकालीन स्थितियों जैसे गंभीर बीमारी, सर्जरी, दुर्घटना, आदि में बहुत फायदेमंद हो सकता है।
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अशोक कुमार लोढ़ा ने बताया कि इस मोबाइल ऐप को कोई भी गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर इस्तेमाल कर सकता है तथा अपने मोबाइल नंबर से पहली बार उपयोगकर्ता के रूप में खुद को पंजीकृत कर सकता है। किसी भी स्थान के लिए किसी भी सेवा की मदद ले सकता है। उन्होंने बताया कि इस ऐप को तैयार करने में एनआईसी के पूर्व अतिरिक्त जिला सूचना विज्ञान अधिकारी कमलनयन पांडे तथा ऑल आउट मैनेजर पंकज सुराणा का पूर्ण सराहनीय योगदान रहा।