जिला आबकारी अधिकारी 1 लाख 20 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
मध्यप्रदेश में भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी पर शिकंजा कसे जाने का सिलसिला जारी है। हर आते दूसरे दिन प्रदेश में कहीं न कहीं कोई रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी रिश्वत लेते ट्रैप हो रहा है लेकिन इसके बावजूद प्रदेश में रिश्वतखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला उमरिया का है जहां जिला आबकारी अधिकारी को 1 लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। जिला आबकारी अधिकारी ने एक शराब कारोबारी से रिश्वत की मांग की थी।
उमरिया जिला आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता को 1 लाख 20 हजार की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया गया है। लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार की शाम उनको रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि जिले के मानपुर में शराब कारोबार से जुड़े निपेन्द्र सिंह निवासी अमलाई से रिश्वत की मांग की गई थी। उनसे पैसे लेने के दौरान आबकारी कार्यालय में ही लोकायुक्त ने ट्रैप किया है।
शराब का झूठा केस न बनाने मांगी थी रिश्वत
बताया जा रहा है कि शराब कारोबार से जुड़े निपेन्द्र सिंह से जिला आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता ने शराब जब्ती का झूठा केस न बनाने के एवज में हर महीने 30 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। 4 महीने का कुल 1 लाख 20 हजार रुपए निपेन्द्र सिंह पर बकाया था जिसके लिए जिला आबकारी रीनी गुप्ता लगातार निपेन्द्र सिंह पर दबाव बना रही थीं। इसी बात की शिकायत निपेन्द्र सिंह ने रीवा लोकायुक्त से की थी। लोकायुक्त ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर जाल बिछाकर लोकायुक्त ने जिला आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता को 1 लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है।