जिला स्तरीय एसएचजी उपसमिति बैठक भी संपन्न

जिला स्तरीय एसएचजी उपसमिति बैठक भी संपन्न
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   राजसमन्द (राव दिलीप सिंह)दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत राजीविका द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों को ऋण वितरण एवं जिला स्तरीय एसएचजी उपसमिति की बैठक जिला परिषद सभागार में आयोजित की गई। मुख्य अतिथि जिला कलक्टर डाॅ. भंवर लाल व विशिष्ट अतिथि जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जैन रहे। दीप प्रज्ज्वलन कर अतिथियों का परिचय और स्वागत किया गया।  जिला कलक्टर ने 1210 एसएचजी को 31.50 करोड़ का ऋण वितरण किया। राजीविका जिला परियोजना प्रबंधक डाॅ. सुमन अजमेरा व अग्रणी जिला प्रबंधक को धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ ही उपस्थित महिलाओं को ऋण का उपयोग आजीविका संवर्धन गतिविधियों में करने की अपील की।  जिले में 1 लाख 23 हजार महिलाएं राजीविका से जुड़ीं  उन्होंने बताया कि लिए गए ऋण को समय पर चुकाएं ताकि भविष्य में आपके द्वारा बड़ी गतिविधियों हेतु और अधिक ऋण प्राप्त हो सके एवं बैंकों का विश्वास स्वयं सहायता समूहों पर बना रहे। राजीविका का गठन 2010 में होकर ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक विकास हेतु कई प्रकार के कार्य किए जा रहे हैं जिसमें जिले में 1 लाख 23 हजार महिलाएं जुड़ी हुई है और निरंतर अपनी अलग पहचान बना रही है।  महिलाओं की आय निरंतर बढ़ रही  राजीविका की जिला परियोजना प्रबंधक डॉ सुमन अजमेरा ने बताया कि अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रमोद दवे द्वारा संबोधन में ऋण राशि के सही उपयोग व महिलाओं द्वारा आय को दोगुनी करने का लक्ष्य पूरा करने का संकल्प देते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की। अग्रणी जिला प्रबंधक अभय देव द्वारा मेगा ऋण वितरण कार्यक्रम में एसएचजी की एनपीए दर बहुत कम होना बताया व सभी बैंकर्स को राजीविका समूह के ऋण वितरण हेतु पूर्ण सहयोग देने हेतु बैंकर्स द्वारा आश्वस्त किया गया।  राजसमंद ऋण वितरण में अग्रणी  जिला विकास समन्वयक, नाबार्ड आशीष जैन ने बताया कि नाबार्ड की स्थापना 1987 में हुई जो महिलाओं के साथ कार्य कर रही है। साथ ही इस कार्यक्रम के अंतर्गत समूह ऋण वितरण के पश्चात् बैंक रिपेमेन्ट कर समूहों को बैंक के प्रति विश्वास दिलाया जा सके ऐसा कार्य करने हेतु सलाह दी गई। एचडीएफसी के क्लस्टर हेड अंकित यादव ने राजस्थान में राजीविका राजसमंद को ऋण वितरण में सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया और आगे निरंतर सहयोग हेतु कहा गया।  महिलाएं समूह लोन से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही  आईसीआईसीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रेम सोनी ने बताया कि राजीविका के साथ प्राइवेट बैंकों में आईसीआईसीआई बैंक ने ग्रुप लोन सबसे पहले आरम्भ किया। समूह ऋण से महिलाओं की आजीविका व आर्थिक स्थिति दोनों ही मजबूत हुई है। आरएमजीबी बैंक के क्रेडिट हेड (आरबीओ सिरोही) द्वारा बताया गया कि एसएचजी महिलाएं समूह लोन से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही है। सीबीआरएम कमेटी के साथ शाखावार मीटिंग कर एसएचजी एनपीए केस में कमी हो रही है।  एसबीआई क्रेडिट सेल्स से अरुण सिन्हा ने बताया कि एसएचजी की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद काफी काबिल ए तारीफ है जैसे होली के दिनों में राजीविका की बहनें हर्बल गुलाल का निर्माण कर देशभर में भेजती है। इन्हीं शुभकामनाओं के साथ राजसमंद जिला अग्रणी प्रगति करता रहे। महिला निधि क्षेत्रीय प्रबंधक रणजीत नागर द्वारा बताया गया कि महिला निधि बैंक राजीविका सदस्यों को मात्र 48 घंटे में 40,000 रुपये जारी करता है।  99 प्रतिशत ऋण वितरण का लक्ष्य पूर्ण  महिला निधि बैंक द्वारा 99 प्रतिशत ऋण वितरण का लक्ष्य पूर्ण कर लिया है। राजीविका से जुड़े केडरों द्वारा भी अपनी केस स्टडी बताई गई जिसमें कमला मेघवाल बैंक सखी राजीविका से जुड़कर एक एसएचजी सदस्य से बैंक सखी बनने तक का अनुभव साझा किया। निर्मला बैंक सखी द्वारा बताया गया कि समूह से जुड़ने के बाद बैंक सखी का प्रशिक्षण लेकर निरंतर कार्य शुरू किया। साथ ही बैंक सखी मास्टर ट्रेनर, एफ एल सीआरपी, डिजी पे सखी व महिलाओं के बीमा का कार्य भी कर रही है।  क्लस्टर प्रबंधक भोली देवी ने समूह से जुड़ने के बाद बैंक से मुद्रा लोन की राशि प्राप्त कर पति के लिए किराणे की दुकान लगाकर आत्मनिर्भर बनाया। सरिता कवंर लेखापाल ने समूह से ऋण प्राप्त कर सिलाई सेन्टर खोलने के बारे में बताया। जिला प्रबंधक कमल मारू ने बैंकों से सीबीआरएम की नियमित बैठकें करने एवं निरंतर सहयोग की अपील की।  इन बैंकों ने किया ऋण वितरण  मेगा ऋण वितरण शिविर में सराहनीय कार्य करने वाले बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधकों, शाखा प्रबंधकों, राजीविका स्टाफ व केडर सहित कुल 19 कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। शिविर में एचडीएफसी बैंक ने 519 समूहों को 15.40 करोड़, आईसीआईसीआई बैंक ने 190 समूहों को 5.68 करोड़, स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया ने 151 समूहों को 3.74 करोड़, राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक ने 107 समूहों को 2.05 करोड़, पंजाब नेशनल बैंक ने 57 समूहों को 1.05 करोड़, केनेरा बैंक ने 53 समूहों को 1.20 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा ने 45 समूहों को 1.03 करोड़, इण्डियन बैंक ने 32 समूहों को 82.25 लाख, कोपरेटिव बैंक ने 40 समूहों को 43.50 लाख एवं यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया ने 8 समूहों को 8 लाख का ऋण वितरण किया जिनके डेमो चेक देकर महिलाओं को प्रोत्साहित किया। शिविर में विभिन्न बैंकों के क्षेत्रीय प्रबंधक, जिला नियंत्रक, शाखा प्रबंधक, राजीविका के जिला एवं ब्लॉक स्तरीय स्टाफ सहित समूहों की 150 महिलाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन जिला प्रबंधक भैरू लाल बुनकर ने किया।
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