जिला स्तरीय अहिंसा एवं कौमी एकता सम्मेलन आयोजित

जिला स्तरीय अहिंसा एवं कौमी एकता सम्मेलन आयोजित
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राजसमन्द (राव दिलीप सिंह) अणुव्रत प्रवक्ता  एवं गांधीवादी विचारक डॉ महेंद्र कर्णावट ने कहा कि महात्मा गांधी के सत्य, प्रेम, समन्वय एवं अहिंसक संघर्ष का सिद्धांत आज के समय भी हर समस्या का समाधान है जिस पर चलकर देश एवं विश्व में अहिंसा शांति संभव है। कर्णावट जिला परिषद सभागार में शांति एवं अहिंसा विभाग की ओर से आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय कौमी एकता एवं शांति सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में विचार व्यक्त कर रहे थे।

 

सम्मेलन के मुख्य अतिथि विधायक हरि सिंह रावत थे, अध्यक्षता जिला प्रमुख   रतनी देवी ने की। विशिष्ट अतिथि पंचायत समिति राजसमंद प्रधान अरविंद सिंह राठौड़, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद प्रमोद दवे, अहिंसा शांति विभाग के विजय कुमार गुप्ता, समाजसेवी माधवी चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी नूतन प्रकाश जोशी थे। विधायक हरि सिंह रावत, जिला प्रमुख रतनी देवी आदि ने विचार व्यक्त किए।

 

शांति एवं अहिंसा विभाग जयपुर से आए   विजय सरण गुप्ता, जिनेंद्र जैन ने भी विचार व्यक्त किए।

सम्मेलन में डॉ महेंद्र कर्णावत ने सत्य एवं अहिंसा पर महात्मा गांधी विचार, चतुर कोठारी ने कौमी एकता एवं गांधी, डॉ विजेंद्र शर्मा ने गांधी जी एवं ट्रस्ट शिव सिद्धांत, कुसुम अग्रवाल ने वर्तमान में गांधी की प्रासंगिकता, नारायण सिंह राव ने सत्याग्रह अवधारणा एवं दिनेश श्रीमाली ने आजादी के आंदोलन एवं सामाजिक जागरण में गांधी की भूमिका पर वार्ताएं प्रस्तुत की। 

 

जिला अहिंसा शांति विभाग की ओर से प्रभारी छगनलाल प्रजापत ने सभी का स्वागत किया। सम्मेलन में गांधी सेवा सदन एवं स्मार्ट स्टडी के छात्र-छात्राओं ने सर्व धर्म प्रार्थना गांधी भजन एवं देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। संयोजन दिनेश  माली एवं प्रियंका भारत ने किया। श्री राधे श्याम राणा स्काउट अध्यापक ने महात्मा गांधी की प्रासंगिकता पर कविता पाठ किया। सभी प्रतिभागियों को पेन स्लिप पेड, फोल्डर, सुजस, गांधी की जीवन कथा व राज्य सरकार का अन्य साहित्य वितरित किया गया। शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के प्रभारी छगनलाल प्रजापत ने महात्मा गांधी की प्रासंगिकता बताते हुए आभार व्यक्त किया।

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