भूलकर भी न लगवाएं कार में ये एक्सेसरीज, बना रहता है एक्सिडेंट का खतरा!

भूलकर भी न लगवाएं कार में ये एक्सेसरीज, बना रहता है एक्सिडेंट का खतरा!
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 गाड़ी में कई कुछ ऐसी एक्सेसरीज होती हैं, जिन्हें न लगवाएं तो ही बेहतर है। कई बार गाड़ी में इन एक्सेसरीज के हाने पर गाड़ी में एक्सिडेंट होने का खतरा बना रहता है। आइये उन एक्सेसरीज के बारे में जानते हैं जिनको गाड़ी में लगवाने से बचना चाहिए।

 

बंपर

अगर आप अपने गाड़ी में बंपर लगवाने का सोच रहे हैं तो अपना इरादा बदल दें। गाड़ी में आगे की तरफ बंपर लगाने से एयरबैग सेंसर काम करना बंद कर देता है, जिससे दुर्घटना के दौरान एयर बैग नहीं खुलता है। इसके अलावा, बंपर वाली गाड़ियों पर नजर ट्रैफिक पुलिस की भी रहती है। दरअसल, परिवहन विभाग का कहना है कि गाड़ी खरीदने और उसका रजिस्ट्रेशन करने के बाद अगर वाहन मालिक गाड़ी में कोई बदलाव करता है तो उसको आरटीओ ऑफिस से अनुमति लेनी होगी, ऐसा न करने पर 10 हजार रुपये तक का चालान भरना पड़ सकता है।

 

स्टेरिंग ग्रिप्स

आपने कई लोगों को देखा होगा, कार के इंटीरियर को शानदार बनाने के लिए स्टेयरिंग पर ग्रिप का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, जो लोग इसे लगाते हैं उन्हें इसका जरा भी अंदाजा नहीं होता है कि इससे उनके गाड़ी की स्टेयरिंग को ही नुकसान पहुंचता है। वहीं इस समय पॉवर स्टेयरिंग वाली गाड़ियां आने लगती हैं, जहां इस एक्सेसरीज का इस्तेमाल करना समझदारी नहीं होगी।

कलर फुल हेडलैंप और टेललैंप

कलर चेंजिंग हेडलैंप और टेललैंप कई लोग गाड़ी को थोड़ा अलग बनाने के चक्कर में गाड़ी के डिजाइन के साथ छेड़छाड़ करते हैं। जिसमें हेडलैंप और टेललैंप भी शामिल है। अगर आप हेडलैंप और टेललैंप की लाइट चेंज करवाते हैं तो ट्रैफिक चालान का सामना करना पड़ेगा, वहीं साथ ही साथ इससे गाड़ी का एक्सिडेंट होने का खतरा भी बना रहता है।गाड़ी के इंटीरियर को और भी शानदार बनाने के लिए लोग गाड़ी में कई इलेक्ट्रिक बदलाव करते हैं, जिसमें गाड़ी के अंदर की लाइट, डैशबोर्ड, डैशबोर्ड बटन आदि शामिल हैं। ऐसा करने से गाड़ी की मूल डिजाइन बदल जाती है और कई बार तो शॉर्ट सर्किट होने का भी खतरा बना रहता है, इसलिए इन अनआवश्यक चीजों से दूर रहना चाहिए।

लॉन्ग ट्रिप पर चलने वाली ड्राइवर अक्सर अपने गाड़ी की स्टेयरिंग में स्पीनर का इस्तेमाल करते हैं। जिसे सिर्फ उंगलियों के सहारे रोटेट करना होता है। हाइवे पर गाडी चलाते समय इससे ड्राइवर को स्टेयरिंग पर पूरा हाथ रखने की जरूरत नहीं पड़ती है। हालांकि, इसका इस्तेमाल खतरे से खाली नहीं है। इसलिए इसका इस्तेमाल न ही किया जाए तो बेहतर है।

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