क्या संक्रमित व्यक्ति को देखने से फैलता है आई फ्लू? डॉक्टर से समझिए इस समस्या के बारे में सबकुछ

क्या संक्रमित व्यक्ति को देखने से फैलता है आई फ्लू? डॉक्टर से समझिए इस समस्या के बारे में सबकुछ
X

 तेजी से आई फ्लू का प्रकोप बढ़ रहा है। आई फ्लू को कंजंक्टिवाइटिस या फिर पिंक आइज की समस्या के रूप में भी जाना जाता है। आंखों में होने वाला ये संक्रमण बैक्टीरियल या वायरल दोनों प्रकार का हो सकता है। डॉक्टर कहते हैं, राजधानी दिल्ली में आई बाढ़ और बारिश के कारण अचानक आंखों की इस बीमारी का खतरा काफी बढ़ गया है। सभी लोगों को व्यक्तिगत स्वच्छता को लेकर विशेष सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता होती है।

कंजंक्टिवाइटिस या पिंक आइज की समस्या के कारण आंखों में लालिमा, खुजली और पानी आते रहने की समस्या होती रहती है। ज्यादातर मामलों में इसके लक्षण हल्के होते हैं पर कुछ स्थितियों में इसके गंभीर रूप लेने का भी खतरा हो सकता है।

आइए स्वास्थ्य विशेषज्ञ से इसके कारण और बचाव के बारे में विस्तार से समझते हैं।

conjunctivitis pink eye symptoms causes and treatment, how to prevent eye flu in hindi

बढ़ रहे हैं संक्रमण के मामले

बढ़े आई फ्लू के मामलों के बारे में समझने के लिए हमने डॉक्टर   बताते हैं, पिछले 10 दिनों से सामान्य फ्लू और आई फ्लू दोनों के मामले बढ़ रहे हैं।   पर्सनल हाइजीन को लेकर भी काफी लापरवाही देखी जा रही है जिस वजह से आई फ्लू के मामले बढ़ गए हैं।

 

 

 

 

 

conjunctivitis pink eye symptoms causes and treatment, how to prevent eye flu in hindi

 

क्या संक्रमित व्यक्ति को देखने से भी हो सकता है संक्रमण?

डॉक्टर  बताते हैं, आई फ्लू सिर्फ संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क जैसे व्यक्तिगत चीजों को साझा करने, स्वच्छता का ध्यान न रखने, आंखों की अच्छे से सफाई न रखने या दूषित सतह को छूने के बाद उसी हाथ से आंखों को छूने से होता है। बिना निकट संपर्क के इस संक्रमण के जोखिम नहीं होता है। 

यह एक आम गलतफहमी है कि किसी की आंखों में देखने से आई फ्लू फैल सकता है। जब तक आप प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आंखों से निकलने वाले स्राव के संपर्क में नहीं आते हैं, तब तक इस संक्रमण का जोखिम नहीं होता है।

conjunctivitis pink eye symptoms causes and treatment, how to prevent eye flu in hindi

 

सतहों से हो सकता है संक्रमण 

  आई फ्लू के वायरस सतहों जैसे दरवाजे के हैंडल, तौलिये या टिश्यू पर सक्रिय रहते हैं, इसलिए ऐसी किसी भी सतह को छून के बाद हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लेना आवश्यक होता है। ज्यादा भीड़-भाड़ वाले वातावरण और संक्रमित व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क के कारण वायरस तेजी से फैल सकता है, ऐसे में बचाव के तरीकों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक हो जाता है।

 

 

conjunctivitis pink eye symptoms causes and treatment, how to prevent eye flu in hindi

 

खुद से ही न ले कोई दवा

यदि आपमें आई फ्लू के लक्षण दिखे रहे हैं तो इस बारे में किसी विशेषज्ञ से संपर्क करके इलाज कराएं। खुद से ही या ओवर द काउंटर दवाओं या आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल न करें, इससे जोखिम बढ़ सकता है। आंखों में होने वाली कई अन्य समस्याओं में भी आई फ्लू की तरह के ही लक्षण हो सकते हैं, इसलिए लक्षणों के सही कारण को जानना और उसका इलाज कराना आवश्यक हो जाता है।

Next Story