डबल अटैक! प्रदूषण के साथ ठंड से दिल्ली में 40% बढ़ें मरीज, अस्पतालों में लगी सांस के मरीजों की कतार

डबल अटैक! प्रदूषण के साथ ठंड से दिल्ली में 40% बढ़ें मरीज, अस्पतालों में लगी सांस के मरीजों की कतार
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नई दिल्ली: पहाड़ों में हो रही बर्फबारी के बाद दिल्ली एनसीआर में मौसम का मिजाज बदल गया है। आज दिन की शुरुआत भी 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। प्रदूषण के साथ ही ठंड के बढ़ते प्रकोप से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सर्दी जुकाम ने अपनी पहुंच बना ली है। सांस फूलना, खांसी, सीने में तकलीफ, सिरदर्द, थकान और नींद न आने की शिकायत लेकर लोग डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं। हालात तो कुछ ऐसे बन गए हैं कि मेडिकल सेंटरों पर मरीजों की लंबी- लंबी कतार लग गई है। ठंड के कारण निमोनिया और अस्थमा के मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है।

40 प्रतिशत बढ़ गई मरीजों की संख्या

डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी समस्याएं नवंबर के मध्य से बढ़ी हैं, जब ठंड तेज हुई और हवा का स्तर खराब रहा। डॉ अरिमा कहते हैं कि बुजुर्ग लोगों और पहले से सांस की बीमारी वाले लोग इससे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। डॉ सूद का कहना है कि प्रदूषण के अलावा इनमें से कुछ समस्याएं मानसिक कारणों से भी हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि नवंबर में जब प्रदूषण सबसे ज्यादा था, तब मरीजों की संख्या 20-25 प्रतिदिन थी, जो अब 40% बढ़कर 30-35 हो गई है।

60 साल से अधिक बुजुर्गों पर ज्यादा खतरा

डॉ टिकू ने बताया कि ब्रोंकाइटिस के अलावा साइनसाइटिस के भी कई मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ओपीडी में आने वाले कम से कम 40% मामले छाती से जुड़े होते हैं। डॉ गुप्ता ने बताया कि धूम्रपान करने वाले, मधुमेह के मरीज, हृदय रोगी और 60 साल से अधिक उम्र के लोग सबसे ज्यादा खतरे में हैं।डॉ जैन ने सलाह दी कि अगर खांसी या जुकाम चार दिन से ज्यादा चले, तो फेफड़ों के डॉक्टर या फिजिशियन से सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टरों ने कुछ अन्य सुझाव भी दिए हैं, जिनमें सालाना फ्लू का टीका लगवाना, नियमित रूप से निमोनिया का टीका लगवाना, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, नियमित व्यायाम करना, संतुलित आहार लेना और पर्याप्त नींद लेना शामिल है।

इस वजह से हो रही सांस की समस्या

हालांकि, डॉ सक्सेना ने आश्वासन दिया कि हवा में कोई नया वायरस या बैक्टीरिया नहीं है और सीने की तकलीफ के मामलों के मुख्य कारण प्रदूषण, गतिहीन जीवनशैली, व्यायाम की कमी और धूम्रपान हैं। ऐसे में अगर आप बीमार नहीं पड़ना चाहते हैं तो आपको व्यायाम करना चाहिए। इसके साथ ही धुम्रपान से दूरी बना लेनी चाहिए।

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