खुद ट्रैक्टर चलाकर दुल्हन के दरवाजे पर बारात में 101 ट्रैक्टर लेकर पहुंचा दूल्हा, नहीं लिया दहेज

खुद ट्रैक्टर चलाकर दुल्हन के दरवाजे पर  बारात में 101 ट्रैक्टर लेकर पहुंचा दूल्हा, नहीं लिया दहेज
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बड़ीसादड़ी :- जहां आजकल के युवा दुल्हे अपनी बारात में आधुनिक से आधुनिक कारों एवं वाहनों का उपयोग करते देखे जा रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो लीक से हटकर सादगी के साथ अपनी सात जन्मों के बंधने को यादगार बनाने के साथ-साथ समाज को एक अच्छा संदेश भी देना चाहते हैं। कुछ ऐसा ही उदाहरण उपखंड के नंगाखेड़ी निवासी किसान व विनायका सरपंच राजकुमार जाट के छोटे भाई किशन लाल जाट अपनी शादी को सादगीपूर्ण व अनोखे ढ़ंग से करने के लिए 101 ट्रैक्टर में बारात लेकर जाटों का खेड़ा पहुंचे। दूल्हे सहित सभी बाराती ट्रैक्टर में सवार होकर निकले। जब बड़ीसादड़ी नगर में एक साथ 101 ट्रेक्टर वाली बारात गुजरी तो एक बार ऐसा लगा जैसे कोई किसानों की रैली निकल रहीं हैं। बारात के ट्रेक्टरों में राजस्थानी परिधानों में सजे - धजे लोग मेवाड़ी परंपरा की जीवंतता का आभास करा रहे थे, तो वहीं दूसरीओर मंगल गीत गाती हुई महिलाएं शहर के लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही थी।

 

 

 

दूल्हा किशन स्वयं ट्रेक्टर चलाते हुए आगे चल रहा था। जिसके ट्रेक्टर पर तिरंगा ध्वज लगा हुआ था। दूल्हे सहित सभी ट्रैक्टरों को बड़े ही सुंदर तरीके से सजाया गया था। विनायका सरपंच राजकुमार जाट के छोटे भाई की बारात नंगाखेड़ी से जाटों का खेड़ा 101 ट्रेक्टर से देसी अंदाज़ में बारात गई। ट्रेक्टर ट्राली में देसी खाट पर पुरुष महिलाएं सवार थी। पहली बार बारात की एक अलग ही किसानी झलक दिखने से क्षेत्र के लोगों में चर्चा का विषय रहा। दूल्हे किशन लाल जाट द्वारा अपनी शादी में एक रुपया भी दहेज ना लेने का संकल्प की सभी ओर प्रशंसा हो रही हैं। समाज के युवाओं को किशन जैसे दुल्हे से प्रेरणा लेते हुए दहेज के अभिशाप को मिटाने का प्रयास करना चाहिए।

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