चारभुजा में सोमवार को निकलेगी बादशाह बीरबल की सवारी
राजसमंद (राव दिलीप सिंह) जिले के चारभुजा बादशाह-बीरबल की परंपरागत सवारी सोमवार को दोपहर 3 बजे निकलेगी। सकल जैन समाज, चारभुजा के तत्वावधान में आयोजित बादशाह बीरबल की सवारी निकालने की तैयारी को समाजजनो ने एकजुट होकर अन्तिम रुप दिया है। समाज के कन्हैयालाल कावड़िया एवं पारसमल सिंघवी ने बताया कि एक शताब्दी पूर्व से चारभुजा कस्बे में जैन समाज द्वारा बादशाह- बीरबल की सवारी का आयोजन किया जा रहा है ।इस बार आजादी के 70 वर्ष पूर्ण होने के पर आयोजित होने वाली सवारी में बादशाह और बीरबल को वेशभूषा एवं परिधान और अस्त्र-शस्त्र नए लुक में सज धज कर तैयार किए जाएंगे। तेरापंथ सभा के पूर्व अध्यक्ष ललित चोरडिया ने बताया कि बादशाह द्वारा मेवाड़ के मंदिरों को लूटने के लिए आने पर बादशाह को आंखों से दिखना बंद हो गया था। जिस पर बादशाह ने अपनी मूंछो से मंदिर की सीढिय़ों की सफाई करने पर पुने: दिखने लगा था और बादशाह को मंदिरों को लूटे बिना बैरेग लौटना पड़ा। बादशाह द्वारा मंदिरों का खजाना लूटने में असफल होने पर जैन समाज द्वारा यहां प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले 15 दिवसीय फागोत्सव के दरमियान शीतला सप्तमी के दिन बादशाह बीरबल की सवारी निकाली जाती है। सवारी की तैयारी को लेकर मूर्ति पूजक समाज के अध्यक्ष मोडी लाल कच्छारा, हिमाचल सूरीश्वर चिकित्सालय के डॉक्टर हस्तीमल, कन्हैयालाल कावडिय़ा, पारसमल सिधंवी, धनराज, सम्पतलाल सिधंवी, सुरेश सिधंवी आदि जुटे हुए हैं। चोरडिय़ा ने बताया कि इस बार सवारी मे मारवाड़ नारलाई की गरबा गैर नृत्य पार्टी अपनी कलाओं की प्रस्तुति देंगे वही किन्नर समाज प्रकाश बैडः की धुन पर परंपरागत नित्य की प्रस्तुति देगा। सवारी दोपहर 3 बजे होली चौक से प्रारंभ होकर ब्राह्मणों का चौराहा, मीराबाई चौराहा, चारभुजा मंदिर चौक होते हुए पुने: गंतव्य स्थान पर पहुंचेगी। सवारी के दौरान बादशाह अपनी दाढ़ी से चारभुजा मंदिर की सीढिय़ों को साफ करेगा।