30 दिन में टमाटर बेचकर करोड़पति बन गया किसान
आपने लॉटरी से करोड़पति बनने वाले शख्स के बारे में तो सुना होगा. लेकिन आज हम महाराष्ट्र के एक किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं. इस किसान ने अपने खेतों में पसीना बहाकर टमाटर उगाया और उसे बेचकर आज करोड़पति बन गया. किसान की यह कहानी महाराष्ट्र के पाचघर की है. यहां पुणे और नगर जिले की सीमा पर स्थित एक छोटा सा गांव है जुन्नर. जून्नर को ग्रीन बेल्ट के रूप में जाना जाता है. राज्य में सबसे अधिक बांध इसी तालुक में हैं. और यही मुख्य वजह है इस गांव के बदलाव का. यहां का एक किसान टमाटर बेचकर करोड़पति बन गया है.
जुन्नर में काली मिट्टी वाली जमीन है और पानी पूरे वर्ष भर रहता है. इससे प्याज और टमाटर की खेती संभव हो जाती है. गांव में जहां देखो वहां टमाटर की खेती होती है. यही वजह है कि टमाटर ने यहां के कई लोगों की किस्मत बदल दी है. कुछ इसी तरह किसान तुकाराम गायकर परिवार की किस्मत बदल गई है और उनकी किस्मत रंग लाई है.
पाचघर के तुकाराम भागोजी गायकर के पास 18 एकड़ बागवानी भूमि है. इसमें से 12 एकड़ पर वे अपने बेटे ईश्वर गायकर और बहू सोनाली की मदद से टमाटर की खेती करते हैं. आज उनकी बागवानी भूमि सोना उगल रही है. गायकर के टमाटरों ने इलाके की 100 से अधिक महिलाओं को रोजगार दिया है. उनकी बहू सोनाली गायकर टमाटर के बगीचे की जुताई, कटाई, टोकरा भरना, छिड़काव आदि का प्रबंधन करती हैं, जबकि बेटा ईश्वर गायकर बिक्री प्रबंधन और वित्तीय योजना बना रहा है. पिछले तीन महीनों की मेहनत अच्छे बाजार के साथ रंग लाई है.
गायकर ने इस साल टमाटर की फसल की लॉटरी जीती है. उन्होंने पिछले महीने से आज तक 13 हजार टमाटर क्रेट की बिक्री से सव्वा करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है. शुक्रवार को गायकर परिवार को उनके टमाटर क्रेट के लिए 2100 रुपये (20 किलो क्रेट) की कीमत मिली. गायकर ने कुल 900 टमाटर की क्रेट बेची. एक ही दिन में उन्हें 18 लाख रुपये मिले. पिछले महीने उन्हें ग्रेड के आधार पर प्रति क्रेट 1000 से 2400 रुपये मिले थे. गायकर जैसे तालुक में 10 से 12 किसान हैं जो कि टमाटर बेचकर करोड़पति बन गए हैं. वहीं बाजार समिति का एक महीने में 80 करोड़ का कारोबार हो गया है.
जुन्नर कृषि उपज बाजार समिति के नारायणगांव स्थित उप-मंडी में शुक्रवार को अच्छी गुणवत्ता वाले टमाटर के टोकरे (20 किलो ग्राम) के लिए टमाटर की उच्चतम कीमत 2500 रुपये यानी 125 रुपये प्रति किलोग्राम मिली. बाजार में बढ़ी कीमत के कारण कई टमाटर उत्पादक करोड़पति बन गए हैं. इतिहास में पहली बार ऐसी कीमत मिल रही है, इसलिए किसान खुश हैं .आमतौर पर किसानी करना घाटे का सौदा ही समझा जाता है; फसल अच्छी आई तो कम दाम के चलते उसे रास्ते पर फेंकने की नौबत आती है. लेकिन पाचघर गांव का किसान तुकाराम गायकर ने टमाटर की ऐसी खेती की कि उसे इसी लाल ही लाल टमाटरों ने मालामाल कर दिया.