राजस्थान किसान आयोग द्वारा कृषक संवाद कार्यक्रम आयोजित
चित्तौड़गढ़। राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला की अध्यक्षता में श्री सांवरिया प्राकट्य स्थल बागुण्ड, भादसोडा चोराहा में कृषक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कृषि एवं कृषि से संबंधित विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियो तथा लगभग 450 प्रगतिशील, नवाचारी कृषक एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर खंडेला ने कहा कि राजस्थान किसान आयोग का गठन किसानों की समस्या के साथ सुझावों को राज्य सरकार तक पहुंचने के लिए किया गया है। इसी उद्देश्य के साथ कृषको की समस्याओ को सुनने एवं समस्या समाधान सुझाव हेतु यह कृषक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में राज्य सरकार द्वारा कृषकों के हित के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में चर्चा की गई तथा योजनाओ का लाभ लेकर अपनी आय बढ़ाने का कृषकों से आहवान किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी धायगुडे स्नेहल नाना ने बताया कि महाराष्ट्र राज्य की तर्ज पर जिले में भी किसान प्रोड्युसर कम्पनी बना कर कृषि जिंस का अधिक उत्पादन के साथ अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते है। उन्होंने किसानो से क्षेत्र में कार्यरत कृषि कार्मिकों से सम्पर्क कर समस्याओं का निराकरण कराये जाने का आहवान किया। किसान आयोग के सदस्य डॉ. आई. बी. मौर्य ने कहा कि हाइटेक खेती करने हेतु किसानो को आगे आना चाहिये तथा कृषि के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम तकनिकी को अपना कर फसल उत्पादन एवं आय बढ़ाई जा सकती है। संयुक्त निदेशक कृषि दिनेश कुमार जागा द्वारा स्वागत उद्बोधन में जिले की कृषि परिदृश्य तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित किसान हितार्थ योजनाओं के लक्ष्य एवं प्रगति से अवगत कराया गया। साथ ही उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाए सोलर, सब्जी बीज मिनिकिट, फव्वारा संयंत्र, सुक्ष्म सिंचाई योजना आदि की जानकारी उपस्थित किसानो को दी गई। डॉ. सुमेर सिंह द्वारा बकरी पालन तथा जिले में पशु मेला आयोजन पर विस्तृत जानकरी उपलब्ध कराई गई। कार्यक्रम में किसान आयोग के सदस्य जी. एल. केसवा, डॉ. आई. बी. मौर्य, डॉ. ओ. पी. खेदड़, डॉ. बीरबल, डॉ. एस. एस. बुरडक, सोहनी चौधरी, डॉ. रामावतार शर्मा, डॉ. नीता उपस्थित रहे।