किसानों ने की जंग जैसी तैयारियां...
किसानों ने शंभू सीमा पर पूरी तैयारी कर ली है। मंगलवार को पंजाब की ओर से युवा किसान जेसीबी और पोकलेन मशीन लेकर पहुंच गए। ट्रैक्टर मार्च के बीच में इन मशीनों को लाया गया, जिससे कोई रास्ते में रोक न सके।
शंभू बॉर्डर में किसानों ने पुलिस के आंसू गैस के गोलों और रबर बुलेट से बचाने के ट्रैक्टरों को मॉडीफाई किया है। पूरे केबिन को लोहे की मोटी-मोटी शीट्स से कवर कर दिया गया है।
आंसू गैस के धुएं से बचाने के लिए ट्रैक्टरों के पीछे बड़े-बड़े पंखें फिट किए गए हैं। किसानों का कहना है कि वह अब आर-पार की लड़ाई की तैयारी के साथ आए हैं।
हरियाणा के डीजीपी द्वारा पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखने के बाद पंजाब के डीजीपी ने खनौरी और शंभू में पंजाब-हरियाणा सीमा की ओर जेसीबी, पोकलेन, टिपर, हाइड्रा और अन्य भारी मिट्टी हटाने वाले उपकरणों की आवाजाही को रोकने का आदेश दिया है।
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सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि हमने तय किया है कि कोई भी किसान, युवा आगे नहीं जाएगा। सिर्फ नेता शांतिपूर्ण आगे जाएंगे। हम सरकार से आज भी मांग करेंगे कि दिल्ली से बड़ा फैसला करें। आप कहें कि MSP पर गारंटी कानून बनाएंगे, ये आंदोलन अभी खत्म हो सकता है।
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने किसानों के प्रदर्शन के तरीके पर आपत्ति जताते हुए कहा कि मोटर वाहन अधिनियम के तहत राजमार्ग पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का उपयोग नहीं किया जा सकता, लेकिन किसान इन पर अमृतसर से दिल्ली तक यात्रा कर रहे हैं। सभी अपने अधिकारों के बारे में जानते हैं, लेकिन सांविधानिक कर्तव्य भी हैं, उन्हें क्यों भूल जाते हैं। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, प्रदर्शनकारियों को बड़ी संख्या में क्यों इकट्ठा होने दिया जा रहा है। पंजाब सरकार सुनिश्चित करे कि लोग बड़ी संख्या में एकत्र न हों।
आंदोलन में शामिल ट्रैक्टर चालकों ने मास्क, बॉडी पार्ट के गार्ड्स, हेलमेट और बुलेट प्रुफ जैकेट पहन रखी है।
किसान नेता गुलेल और पतंग लेकर पहुंचे हैं। इनसे ड्रोन गिराने के लिए तैयारी है।