पिता दुनिया की सबसे बड़ी दौलत, बेटियां हमेशा उनका सम्मान करें- पं. त्रिपाठी
निम्बाहेड़ा। नगर की आदर्श कॉलोनी स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के पंचम पाटोत्सव के अवसर पर आयोजित की जा रही श्री शिव महापुराण कथा के पांचवें दिन कथा वाचक मर्मज्ञ पण्डित रुद्रदेव त्रिपाठी ने पिता-पुत्री के प्रेम की सुंदर व्याख्या की। जिसे सुन कथा पांडाल में उपस्थित सैंकड़ों श्रद्धालु स्त्री-पुरुष भाव विभोर हो गए।
कथा का वाचन करते हुए श्री भागवत मर्मज्ञ पं. रुद्रदेव त्रिपाठी ने कहा कि बेटी जिस दिन से जन्म लेती है, उसी दिन से पिता उसके विवाह के लिए जोड़ना शुरू कर देते हैं। हैसियत न होने के बावजूद बेटी की हर इच्छा पूरी करते हैं। बेटी का कन्यादान उनकी सबसे बड़ी तमन्ना होती है। पं. त्रिपाठी ने कहा कि बेटी का जब विवाह होता है तो वे उसके सामने तक नहीं आ पाते और यहां-वहां छिप कर रोते रहते हैं। पिता के रहते बेटी दुनिया की सबसे खुशनसीब राजकुमारी रहती है। उन्होंने सभी बेटियों से आग्रह किया कि पिता दुनिया की सबसे बड़ी दौलत होते हैं, इसलिए हमेशा उनका सम्मान करें।
इस प्रसंग के दौरान कथा पाण्डाल में उपस्थित न केवल बेटियां बल्कि महिलाएं और पुरूष श्रद्धालु भी भावुक हो गए। उन्होंने यह सलाह भी दी कि हर दिन बाहर से आने पर बेटा हो या बेटी, अपने पिता के पास कुछ समय जरुर बैठे और अपने मन की बात उनसे करें।
कथा के आरंभ में श्री सिद्धेश्वर मंदिर समिति एवं आयोजक शर्मा परिवार के एडवोकेट श्याम शर्मा ने श्री शिव महापुराण ग्रंथ की पूजा अर्चना की। शिव महापुराण कथा का श्रवण करने के लिए नगर ही नही अपितु आस पास के ग्रामीण क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
कथा के दौरान पं. रुद्रदेव त्रिपाठी ने भगवान शिव-पार्वती के पुत्र कार्तिक के जन्म एवं ताड़कासुर असुर वध, भगवान श्री गणेश जन्म तथा श्री गणेश विवाह की कथा का जीवंत झांकी के द्वारा विस्तार से वृतांत सुनाया। कथा के विश्राम पर श्री शिव महापुराण ग्रंथ की महाआरती कर प्रसाद वितरित किया गया।
इससे पूर्व गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज, निम्बाहेड़ा द्वारा अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में कथा वाचक पंडित रुद्रदेव त्रिपाठी का मेवाड़ी परंपरानुसार पगड़ी पहना, उपरना ओढ़ाकर उनका स्वागत किया एवं स्मृति चिन्ह स्वरूप श्रीनाथ जी की तस्वीर भेंट कर अभिनंदन किया।
मीरा प्रेम दीवानी नृत्य नाटिका का मंचन आज
श्री सिद्धेश्वर मंदिर एवं श्याम शर्मा परिवार के तत्वावधान में चल रही श्री शिव महापुराण के कार्यक्रम के दौरान 18 मई, गुरुवार को रात्रि 8 बजे मीरा सांवरिया संस्थान चित्तौड़गढ़ के द्वारा मीरा प्रेम दिवानी नृत्य नाटिका का मंचन संस्थान के कलाकारों द्वारा किया जाएगा। श्याम शर्मा ने बताया कि एक दिवसीय आयोजन में विश्व विख्यात भक्तमति मीरा बाई के जन्म से लगाकर सशरीर द्वारिका में समाहित होने तक के दृश्य का जीवित मंचन होगा। आयोजक श्याम शर्मा ने अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर कार्यक्रम का आनन्द लेने का आग्रह किया।